NRI खाते से अवैध तरीके से 6 करोड़ निकालने की कोशिश, HDFC बैंक के 3 कर्मचारी समेत 12 गिरफ्तार

एचडीएफसी बैंक के 3 कर्मचारियों सहित 12 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. इन लोगों ने एनआरआई के खाते से 5-6 करोड़ रुपये निकालने की कोशिश की थी. 

विज्ञापन
Read Time: 24 mins
नगदी निकालने वाले जालसाजों के रैकेट का भंडाफोड़ (प्रतीकात्मक तस्वीर)
नई दिल्ली:

दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की साइबर क्राइम यूनिट ने एक एनआरआई (NRI) के हाई वैल्यू बैंक खाते से अवैध तरीके से इंटरनेट बैंकिंग के जरिये हैकिंग कर नगदी निकालने वाले जालसाजों के रैकेट का भंडाफोड़ किया है. हैरानी की बात ये है कि नगदी निकालने के लिए गैंग ने खाते की चेक बुक भी हासिल कर ली थी. गैंग ने केवाईसी में रजिस्टर्ड खाताधारक के अमेरिका के मोबाइल नंबर की तरह एक भारतीय फोन नंबर भी हासिल कर लिया.

इस मामले में एचडीएफसी बैंक के 3 कर्मचारियों सहित 12 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. इन लोगों ने एनआरआई के खाते से 5-6 करोड़ रुपये निकालने की कोशिश की थी. 

साइबर यूनिट के डीसीपी केपीएस मल्होत्रा के मुताबिक, एचडीएफसी बैंक ने शिकायत दर्ज कर आरोप लगाया था कि एक एनआरआई बैंक खाते में कई अवैध इंटरनेट बैंकिंग प्रयास देखे गए हैं. इसके अलावा, धोखाधड़ी से प्राप्त चेक बुक का उपयोग करके उसी खाते से नकदी निकालने का प्रयास भी किया गया. पहले से पंजीकृत अमेरिकी मोबाइल नंबर के जैसा भारतीय मोबाइल नंबर भी हासिल कर लिया. एचडीएफसी बैंक ने आगे आरोप लगाया कि खाते की इंटरनेट बैंकिंग तक पहुंचने के सभी 66 प्रयास किए गए.

Advertisement

पुलिस ने केस दर्ज कर दिल्ली, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में 20 जगहों पर छापेमारी की. जांच के दौरान कुल 12 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. गिरफ्तार किए गए 12 आरोपियों में से 3 एचडीएफसी बैंक के कर्मचारी हैं, जो चेक बुक जारी करने, मोबाइल फोन नंबर अपडेट करने में शामिल थे. गिरफ्तार लोगों में आर जयसवाल, जी शर्मा, ए कुमार, ए तोमर, एच यादव, एस एल सिंह, एस तंवर, एन के जाटव, एस सिंह और एचडीएफसी बैंक के कर्मचारी डी. चौरसिया, एक महिला कर्मचारी शामिल हैं.

Advertisement

आरोपी व्यक्तियों से पूछताछ में पता चला है कि इस गैंग को मालूम चला था कि एनआरआई के खाते में काफी पैसा है और उसमें काफी दिन से कोई लेनदेन नहीं हुआ है. आरोपी आर. जायसवाल, जीशर्मा और ए.सिंघल ने अपने सहयोगियों के साथ खाते से जुड़ी जानकारी जुटाई. एचडीएफसी की एक महिला कर्मचारी की मदद से उन्होंने उस खाते की चेक बुक हासिल कर ली और खाते का कर्ज भी फ्रीज कराया. 

Advertisement

जांच से पता चला है कि एचडीएफसी बैंक कर्मचारी को 10 लाख रुपये और 15 लाख रुपये के बीमा बिजनेस का वादा किया गया था. पहले भी इस खाते से पैसे निकालने का प्रयास किया गया था. इसे लेकर ग़ाज़ियाबाद और मोहाली में 2 केस दर्ज थे.

Advertisement

पुलिस ने बताया कि आर जायसवाल के कब्जे में चेक बुक और मोबाइल फोन नम्बर आ गया था. उसने वास्तविक खाताधारक बनकर बैंक को फोन पर सहमति देने के एवज में खाते से निकाले गए कुल नगदी का 50 प्रतिशत हिस्सा देने का लालच देकर दूसरे लोगों को चेक की लीफ दी. एचडीएफसी बैंक के कर्मचारी डी चौरसिया और ए.सिंह  ने केवाईसी से जुड़े फोन नंबर को अपडेट करने का प्रयास किया था. दूसरे सहयोगियों ने राशि नगदी निकलने के लिए खाते की इंटरनेट बैंकिंग में लॉगिन करने की कोशिश की. निकासी के ये सभी प्रयास बैंक कर्मचारियों की मिलीभगत के कारण ही संभव था. 

Featured Video Of The Day
Champions Trophy 2025 Update: भारत किस देश में खेलेगा चैंपियंस ट्रॉफी, PCB ने लिया फैसला
Topics mentioned in this article