त्रिपुरा में बृहस्पतिवार से चुनावी हिंसा की 18 घटनाओं में कम से कम 21 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. मुख्य निर्वाचन अधिकारी (CEO) गित्ते किरणकुमार दिनकरराव ने यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि बृहस्पतिवार को हुए चुनाव में राज्य में 89.95 प्रतिशत मतदान हुआ था.
उन्होंने शनिवार को संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘16 फरवरी से अब तक हिंसा की 18 घटनाएं दर्ज की गई हैं और इसी के अनुसार पुलिस द्वारा प्राथमिकी दर्ज की गई है. हिंसा में कथित संलिप्तता के लिए कुल 21 लोगों को गिरफ्तार किया गया जबकि 150 से अधिक लोगों को नोटिस दिया गया.''
सीईओ ने बताया कि मतदान के दिन छह घटनाएं हुईं. उन्होंने कहा कि सिपाहीजाला जिले में ज्यादातर घटनाएं दर्ज की गईं.
उन्होंने दावा किया कि इस बार चुनाव संबंधी हिंसा की घटनाओं में भारी कमी आई है. उन्होंने कहा कि राज्य के सभी सब-डिविजनल मजिस्ट्रेट ने शनिवार को राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक कर अमन चैन बनाए रखने में उनकी मदद मांगी.
भारतीय जनता पार्टी (BJP) के दो उम्मीदवारों गोलाघाटी निर्वाचन क्षेत्र के हिमानी देबबर्मा और माताबारी के प्रणजीत सिन्हा रॉय - ने कुछ बूथों पर पुनर्मतदान की मांग की. उन्होंने कहा, ‘‘हालांकि पर्यवेक्षकों ने इन बूथों की ‘वेबकास्टिंग फुटेज' की जांच के बाद उनकी मांगों को खारिज कर दिया गया.''
इस बीच शनिवार को उनाकोटी जिले के कुमारघाट में भाजपा और वाम-कांग्रेस के समर्थकों के बीच झड़प हो गई, जिससे एक राजमार्ग को अवरुद्ध कर दिया गया. स्थिति को काबू में करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा. एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि इस घटना में एक उप निरीक्षक समेत कुछ लोग घायल हुए हैं. उन्होंने बताया कि इलाके में अतिरिक्त बल तैनात किया गया है.