TIME मैगजीन ने दुनिया में AI फील्ड में 100 प्रभावशाली लोगों की लिस्ट 2024 TIME100 AI जारी की है. इस लिस्ट में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के क्षेत्र में प्रभाव डालने वालों को शामिल किया गया है, जिसमें केंद्रीय मंत्री अश्वनी वैष्णव भी शामिल हैं. 2024 TIME100 AI के कवर पर विश्व के प्रभावशाली लोगों के फोटो लगे हैं, जिनमें कई भारतीय चेहरे दिखाई दे रहे हैं. इनमें केंद्रीय मंत्री अश्वनी वैष्णव (Ashwini Vaishnav) और इंफोसिस के को-फाउंडर नंदन नीलेकणि और एक्टर अनिल कपूर शामिल हैं.
TIME मैगजीन में किन खास लोगों को मिली जगह
टाइम मैगजीन के 100 पॉवरफुल लोगों में अश्वनी वैष्णव, नंदन नीलेकणि के अलावा एक्टर अनिल कपूर, माइक्रोसॉफ्ट रिसर्च इंडिया की हेड कलिका बाली, अल्फाबेट के सीईओ सुंदर पिचाई, OpenAI के CEO सैम ऑल्टमैन, माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्या नडेला का नाम भी शामिल है.
TIME मैगजीन में अश्वणी वैष्णव का डंका
TIME मैगजीन ने भारत की एआई रणनीति में इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्री अश्वनी वैष्णव की भूमिका पर खास फोकस किया गया है. मैगजीन ने उसकी भमिका को हाईलाइट करते हुए लिखा, "आशा है कि अश्वनी वैष्णव के नेतृत्व में भारत अगले 5 सालों में सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग करने वाले टॉप-5 देशों में शामिल होगा. मॉर्डन AI सिस्टम के लिए यह बहुत ही जरूरी है. इसकी शुरुआत कई फैक्ट्रीज में हो भी चुकी है. वैष्णव को इसे साकार करने के लिए कई बड़ी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है. भारत एजुकेशन सिस्टम में एआई और सेमीकंडक्टर डेवलपमेंट के लिए स्पेशल वर्कफोर्स तैयार करने की दिशा में काम कर रहा है."
TIME मैगजीन ने नंदर नीलेकणि पर क्या कहा?
टाइम मैगजीन में Infosys के को-फाउंडर नंदर नीलेकणि का नाम भी शामिल है. मैगजीन में कहा गया है कि नंदन ने 15 सालों से भी ज्यादा समय सरकार या सरकार के बाहर रहते विश्व की सबसे ज्यादा जनसंख्या वाले देशों में डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार करने में लगाया.
2024 TIME100 AI में एक्टर अनिल कपूर
2024 TIME100 AI वाली मैगजीन में एक्टर अनिल कपूर का नाम भी शामिल है. मैगजीन ने उनके बारे में लिखा, अनिल कपूर ने हाई कोर्ट में उनके जैसे दिखने के लिए AI के इस्तेमाल के लिए दिल्ली हाई कोर्ट में जीत हासिल की थी. उन्होंने कहा था कि एक्टर-एक्ट्रेस को अपनी रक्षा का अधिकार है. दरअसल अनिल कपूर ने पर्सनैलिटी राइट्स को लेकर केस दर्ज किया था. उन्होंने कोर्ट से AI के इस्तेमाल से उनके जैसे चेहरे और उनकी जैसी आवाज के इस्तेमाल के खिलाफ सुरक्षा की मांग की थी. फैसला भी उनके पक्ष में ही आया था कि अब कोई भी AI से उनके चेहरे और उनकी आवाज का इस्तेमाल उनकी बिना मर्जी के नहीं कर सकेगा.