103 वर्षीय स्वतंत्रता सेनानी बिरदीचंद गोठी ने दी कोरोना वायरस को मात

गोठी ने शनिवार को पत्रकारों से कहा, ‘‘कोरोना वायरस संक्रमित होने के बाद डॉक्टरों ने मेरा इलाज किया.

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मैं खुश रहा और सादा खाना खाया इसलिए मैं कोरोना को मात दे सका: बिरदीचंद गोठी (प्रतीकात्मक तस्वीर)
बैतूल:

देश की आजादी के लिए लड़ाई लड़ने वाले 103 वर्षीय स्वतंत्रता संग्राम सेनानी बिरदीचंद गोठी ने कोरोना वायरस संक्रमण को मात दी है. वह मध्य प्रदेश के बैतूल के निवासी हैं और आधार कार्ड के अनुसार बिरदीचंद गोठी की जन्मतिथि दो नवंबर 1917 है. पांच अप्रैल को उनकी कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी और शुक्रवार को उनकी रिपोर्ट निगेटिव आ गई है. गोठी ने शनिवार को पत्रकारों से कहा, ‘‘कोरोना वायरस संक्रमित होने के बाद डॉक्टरों ने मेरा इलाज किया. साथ ही घर पर काम करने वाले लोगों ने सहयोग किया. मैं खुश रहा और सादा खाना खाया. इसलिए मैं कोरोना को मात दे सका.''

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उन्होंने कहा, ‘‘ईश्वर की कृपा से मैं ठीक हूं. इलाज के दौरान सबका सहयोग मिला. मैं मानसिक रूप से ठीक रहा और खुश रहा. खान-पान ठीक रखा. इसलिए जल्द स्वस्थ हो गया.''गोठी ने बताया,‘‘मेरी बचपन से दिनचर्या ठीक रही है. सुबह जल्दी उठना, संतुलित एवं सादा आहार, नियमित व्यायाम एवं पठन-पाठन और प्रसन्नचित्त मन से अपने हर काम को करता हूं. लेकिन वर्तमान में लोग बदलते दौर में खुद को बदल रहे हैं.''उन्होंने कहा,‘‘ आजकल का खानपान एवं रहन-सहन लोगों को शारीरिक रूप से कमजोर कर रहा है. इसलिए सभी को सादा जीवन और सादा एवं संतुलित आहार लेने की जरूरत है. दिनचर्या को बेहतर कर शारीरिक परिश्रम करें और प्रसन्न रहें. इससे हम कोरोना को हरा सकते हैं. ''

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गोठी ने बताया कि छिंदवाड़ा के डॉक्टर प्रवीण नाहर की देखरेख में बैतूल में घर पर ही उनका इलाज हुआ. डॉ. नाहर ने बताया, ‘‘गोठी पांच अप्रैल को कोरोना संक्रमित पाये गये थे और 23 अप्रैल को उनकी रिपोर्ट निगेटिव आ गई है.''

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(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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