बिहार में रेलवे रिक्रूटमेंट बोर्ड (RRB) की नॉन टेक्निकल पॉपुलर कैटेगरी (NTPC) की परीक्षा के रिजल्ट को लेकर छात्र नाराज हैं. वे बिहार के कई जिलों में आंदोलन कर रहे हैं. आज उनका गुस्सा और भड़का और उन्होंने गया में एक ट्रेन में आग लगा दी. इस मुद्दे पर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने आज कहा कि एक करोड़ 25 लाख लोगों ने लेवल-1 में एप्लाई किया, तो एक एग्जाम मुमकिन नहीं है. इसको रिव्यू करेंगे. यह नोटिस में था अगर जरूरत पड़ेगी तो दो एग्जाम लेंगे. दोनो एग्जाम में एक करोड़ से ज्यादा आवेदन हैं. एजेंसी हायर करने में वक्त लगा. छह महीने से ज्यादा वक्त लगा. फिर कोरोना आ गया. दिसंबर में प्रोसेस चालू किया गया.
रेल मंत्री ने कहा कि ग्रुप डी के बच्चे CAT में चले गए थे. करीब पांच लाख बच्चों के फोटो मैच नहीं कर रहे थे. फैसले के बाद एग्जाम की प्रोसेस शुरू की गई.
अश्विनी वैष्णव ने कहा कि हमारी मोदी सरकार की मंशा है कि रोजगार को मैक्सिमाइज किया जाए. 2015 से पहले तक पीटी से 10 गुना लिया जाता था कैंडिडेट को, 2019 में इसे 20 गुना किया गया. प्रो स्टूडेंट वाली एप्रोच है. सच्चाई से काम कर रहे हैं. पेपर लीक जैसा कुछ नहीं है. छात्र हमारे साथी हैं, भाई हैं, बहन हैं तो इस मुद्दे को सॉल्व करेंगे. उन्होंने कहा कि एप्लीकेशन बहुत हैं तो समय लग रहा है. ढंग से काम करने पर समय लगता है.
गया में आगजनी को लेकर उन्होंने कहा कि ये छात्र और देश का मामला है. रेल मंत्री ने कहा कि छात्र अपनी संपत्ति को जलाने क्यों बाहर निकले..ये उनकी संपत्ति है. सभी राज्यों के मुख्यमंत्री से हम संपर्क में हैं. पुलिस राज्यों का सब्जेक्ट है. छात्र अपनी बात चैनल से रखें, हम संवेदनशीलता से इसको हल करेंगे. हमारा उद्देश्य है कि जल्दी से जल्दी इस मुद्दे को सॉल्व करें. शिकायत के लिए हमने पर्याप्त समय दिया है. हो सकता है कि 4 मार्च से पहले भी सिफारिश आ जाए तो हम इसको पूरा करेंगे.