VK शशिकला ने आय से अधिक संपत्ति मामले में भरा 10 करोड़ का जुर्माना, वकील को वक्त से पहले रिहाई की उम्मीद

वीके शशिकला ने बुधवार को आय से अधिक संपत्ति के मामले में 10 करोड़ का जुर्माना चुका दिया है. उनके वकीलों ने कहा कि उन्हें जेल से जल्दी ही रिहा किया जा सकता है. 69 साल की वीके शशिकला के वकील एन राजा सेंतूर पांडियन ने बताया कि यह जुर्माना बेंगलुरु की एक कोर्ट में डिमांड ड्राफ्ट के तौर पर भरा गया है. 

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चेन्नई:

तमिलनाडु की पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत जे जयललिता (J Jayalalitha) की सहायक रहीं वीके शशिकला (VK Sasikala) ने बुधवार को आय से अधिक संपत्ति के मामले में 10 करोड़ का जुर्माना चुका दिया है. उनके वकीलों ने कहा कि उन्हें जेल से जल्दी ही रिहा किया जा सकता है. 69 साल की वीके शशिकला के वकील एन राजा सेंतूर पांडियन ने बताया कि यह जुर्माना बेंगलुरु की एक कोर्ट में डिमांड ड्राफ्ट के तौर पर भरा गया है. 

पांडियन ने न्यूज एजेंसी PTI को बताया कि अब कोर्ट जेल प्रशासन को जुर्माने के भरे जाने की जानकारी देगा, 'मुझे लगता है कि उनको 27 जनवरी, 2021 की जमानत की तारीख से पहले रिहाई मिल सकती है.' हालांकि, मुख्यमंत्री के पलानीसामी ने कहा कि रिहा होने के बाद भी शशिकला या उनके परिवार का कोई सदस्य सत्तारूढ़ पार्टी AIADMK या सरकार का हिस्सा नहीं बन पाएगा. उन्होंने कहा कि शशिकला पर पार्टी अपना स्टैंड नहीं बदलेगी.

शशिकला के दो रिश्तेदार जिन्हें इसी केस में चार सालों की जेल और 10 करोड़ के जुर्माने की सजा हुई थी, वो परप्पना अग्रहरा सेंट्रल जेल में हैं. शशिकला के वकील ने बताया कि उनका जुर्माना भरने की तैयारी भी हो रही है. 

2017 में सुप्रीम कोर्ट ने बेंगलुरु ट्रायल कोर्ट के उस फैसले को सही ठहराया था, जिसमें शशिकला और उनके दो रिश्तेदारों- वीएन सुधाकरन और जे एल्वारसी को सजा सुनाई गई थी, जिसके बाद शशिकला ने 15 फरवरी, 2017 को कोर्ट के सामने सरेंडर कर दिया था, तबसे वो जेल में हैं. 

ट्रायल कोर्ट ने 2014 को जे जयललिता और तीन अन्य पर भ्रष्टाचार और आपराधिक साजिश रचने के आरोप में दोषी ठहराया था. 18 साल पहले उनपर आय से अधिक संपत्ति मामले में केस दर्ज हुआ था. उनपर 100 करोड़ का जुर्माना भी लगाया गया था. 2015 में कर्नाटक हाईकोर्ट ने ट्रायल कोर्ट के आदेश को रद्द कर दिया था. जे जयललिता का दिसंबर, 2016 में निधन हो गया था, जिसके बाद उनके खिलाफ कर्नाटक की अपील खारिज हो गई.

उनके निधन के अगले कुछ महीनों में शशिकला ने उनका कामकाज और AIADMK पार्टी की कमान संभाल ली. यहां तक कि उन्होंने मुख्यमंत्री पद हासिल करने की कोशिशें भी कीं, लेकिन फिर उन्हें जेल हो गई. उन्होंने ओ पनीरसेल्वम को हटाकर पलानीसामी को मुख्यमंत्री बना दिया था.

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बाद में पनीरसेल्वम और पलानीसामी ने मिलकर उन्हें और उनके भतीजे दिनाकरन को बाहर का रास्ता दिखा दिया. पिछले महीने शशिकला की 1500 की संपत्ति को आयकर विभाग ने जब्त कर लिया था.

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