Covid-19 Pandemic: देश में निर्मित कोविड-19 वैक्सीन (Covid-19 Vaccine) COVAXIN के तीसरे फेस का ह्यूमन ट्रायल (Human Trial) जल्द ही एक प्राइवेट अस्पताल में शुरू होगा. एक अधिकारिी ने यह जानकारी दी. COVAXIN ह्यूमन ट्रायल मामले में चीफ इनवेस्टीगेटर और डिपार्टमेंट ऑफ कम्युनिटी मेडिसिन एट द इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज एंड SUM हॉस्पिटल के प्रोफेसर डॉ. ई. वेंकट राव ने रविवार को बताया कि कोविड-19 के वैक्सीन की खोज लगभग अंतिम चरण में पहुंच गई है. IMS और SUM हॉस्पिटल देश के उन 21 मेडिकल इंस्टीट्यूट में से हैं, देशभर से जिनका चयन इंडियन काउंसिल फॉर मेडिकल रिचर्स (ICMR) की ओर से तीसरे फेस के ट्रायल के लिए किया गया है.
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आईसीएमआर और भारत बायोटेक की ओर से देश में निर्मित इस वैक्सीन को तीसरे चरण के ट्रायल के लिए सेंट्रल ड्रग स्टेंडर्ड कंट्रोल ऑर्गेनाइजेशन (CDSCO) की ओर से मंजूरी मिल गई है. डॉ. राव के अनुसार, पहले और दूसरे फेस के ट्रायल के दौरान यह वैक्सीन मापदंडों पर खरी उतरी और इसका किसी पर विपरीत प्रभाव नहीं देखा गया.
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उन्होंने बताया कि अब बड़े स्तर पर होने वाले ट्रायल में हजारों की संख्या में वालंटियर्स को शामिल किया जाएगा. डॉ. राव ने बताया कि इस फेस के दौरान आयु सीमा और अहर्ता/स्क्रीनिंग क्राइटेरिया में रियायत दी जाएगी और ऐसे वालेंटियर्स जो स्वस्थ है, वे भी ट्रायल में शामिल किए जाएंगे. वैक्सीन के प्रभाव को जानने के लिए एक सीमित समय तक वालेंटियर्स पर नजर रखी जाएगी. डॉ. राव के अनुसार, ट्रायल को लेकर लोगों में काफी उत्साह देखने को मिला है और उन्होंने इसके लिए खुद को पेश किया है. 18 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को ही ह्यूमन ट्रायल के लिए चुना जाएगा.
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