कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में सोनिया गांधी ने माना, अमरिंदर सिंह को 'बचाना' गलती थी: सूत्र 

सूत्रों ने कहा कि बैठक में एक वरिष्ठ नेता ने अमरिंदर सिंह को मुख्यमंत्री पद से हटाने के समय पर सवाल उठाया. इस पर सोनिया गांधी ने कहा कि इसके लिए उन्हें दोषी ठहराया जाना चाहिए क्योंकि उन्होंने सिंह को लंबे समय तक बचाया.  

विज्ञापन
Read Time: 16 mins
सोनिया गांधी ने अमरिंदर सिंह को लेकर बैठक में अपनी बात रखी. (फाइल फोटो)
नई दिल्‍ली:

कांग्रेस कार्यसमिति (Congress Working Committee) की रविवार को आयोजित बैठक में पार्टी प्रमुख सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) ने कहा कि पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह (Amarinder Singh) को पार्टी की राज्य इकाई के भीतर उनके खिलाफ बढ़ते हुए गुस्‍से के बावजूद बचाना एक गलती थी. सूत्रों ने NDTV को इस बारे में बताया है. कांग्रेस ने पिछले हफ्ते पांच राज्यों के चुनावों में अपने खराब प्रदर्शन पर मंथन के लिए रविवार को करीब पांच घंटे तक मैराथन बैठक की थी. कांग्रेस अपने दम पर जिन तीन राज्‍यों में शासन कर रही थी, उसमें से उसने एक को खो दिया है.  

सूत्रों ने कहा कि बैठक में जब एक वरिष्ठ नेता ने पिछले साल के आखिर में अमरिंदर सिंह को मुख्यमंत्री पद से हटाने के समय पर सवाल उठाया तो सोनिया गांधी ने हस्तक्षेप किया और कहा कि इसके लिए उन्हें दोषी ठहराया जाना चाहिए क्योंकि उन्होंने सिंह को लंबे समय तक बचाया.  

गांधी परिवार ने की इस्तीफे की पेशकश, जैसा कि NDTV ने पहले ही दी थी खबर

गांधी परिवार के नेतृत्‍व पर विश्‍वास जताने वाली बैठक में शामिल पार्टी के एक नेता ने एनडीटीवी से कहा, "उन्होंने स्वीकार किया कि उन्हें मुख्यमंत्री के रूप में बने रहने की अनुमति देना उनकी गलती और निर्णय लेने में की गई भूल थी."

अमरिंदर सिंह और पार्टी के प्रदेश प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू के बीच महीनों तक चले आंतरिक टकराव के बाद पूर्व मुख्यमंत्री को सितंबर में पद छोड़ने के लिए कहा गया था. उस वक्‍त फरवरी में होने वाले चुनावों के लिए सिर्फ पांच महीने बाकी थे. अमरिंदर सिंह ने एक नई पार्टी पंजाब लोक कांग्रेस बनाई और भाजपा के साथ चुनाव लड़ा. हालांकि लंबे समय तक अपने गढ़ रहे पटियाला सहित एक भी सीट जीतने में नाकाम रहे. 

Congress CWC Meeting: कांग्रेस की अगुवाई करती रहेंगी सोनिया गांधी, CWC बैठक की 10 बड़ी बातें

कैप्टन के जाने के बाद कांग्रेस उनके उत्तराधिकारी चरणजीत सिंह चन्नी और नवजोत सिंह सिद्धू के बीच एक और गुप्त प्रतिद्वंद्विता से घिर गई, यही कारण रहा कि पार्टी में मुख्यमंत्री पद के नामांकन के लिए रस्साकशी हुई. 

चुनाव से दो हफ्ते से भी कम समय पहले वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने उस विवाद को सुलझाया. उन्‍होंने चन्नी को "एक गरीब घर का बेटा" बताते हुए उनकी प्रशंसा की, जबकि उनके भतीजे का नाम भ्रष्टाचार विरोधी छापों में आया था. 

Advertisement

पंजाब चुनाव में कांग्रेस को 117 में से सिर्फ 18 सीटें मिलीं, जबकि आठ साल पुरानी आम आदमी पार्टी को 92 सीटें मिलीं, जिसने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और पंजाब के उनके उम्मीदवार भगवंत मान के नेतृत्व में शानदार जीत हासिल की. 

गुड मॉर्निंग इंडिया: कांग्रेस का 5 घंटे मंथन, कहा- हार पार्टी के लिए बड़ी चिंता का विषय

Advertisement
Featured Video Of The Day
Delhi Blast Update: दिल्ली कार ब्लास्ट पर क्या बोली AAP? | Lal Qila Blast | Delhi Car Blast
Topics mentioned in this article