संयुक्त किसान मोर्चा ने दिल्ली पुलिस आयुक्त के नोटिसों का जवाब भेजा

किसान आंदोलन: दिल्ली के पुलिस कमिश्नर की तरफ से किसान संगठनों और उनके नेताओं को कारण बताओ नोटिस भेजे गए थे

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नई दिल्ली:

विभिन्न किसान संगठनों और उनके नेताओं की ओर से दिल्ली के पुलिस आयुक्त के नोटिसों का संयुक्त किसान मोर्चा (Sanyukta Kisan Morcha) ने जवाब भेजा है. दिल्ली के पुलिस कमिश्नर की तरफ से किसान संगठनों और उनके नेताओं को कल कारण बताओ नोटिस भेजे गए थे.  संयुक्त किसान मोर्चा ने आज गुरु रविदास जयंती और शहीद चंद्रशेखर आजाद के शहीदी दिवस पर 'मजदूर किसान एकता' दिवस मनाया. इस दौरान नगर कीर्तन भी निकाला गया. संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर दिल्ली की सभी सीमाओं पर मजदूर व मजदूर संगठनों ने इस आयोजन में भागीदारी की. देशभर के अनेक मजदूर संगठनों ने किसानों के संघर्ष को जरूरी ठहराते हुए इसे अपना समर्थन दिया. मजदूर संगठनों ने दिए एक सयुंक्त बयान में किसानों के संघर्ष की हिमायत की व मजदूर किसान एकता दिवस को समर्थन दिया.

संयुक्त किसान मोर्चा ने एक प्रेस विज्ञप्ति में उक्त जानकारी दी है. मोर्चा ने कहा कि कल रात जेल से रिहा होने के बाद मजदूर कार्यकर्ता नोदीप कौर आज फिर से सिंघु बॉर्डर पर किसानों के बीच पहुंचीं. किसानों को संबोधित करते हुए नोदीप कौर ने कहा कि किसान व मजदूर का नाखून-मांस का रिश्ता है. दोनों एक दूसरे के बिना अधूरे हैं व संघर्ष भी साथ मिलकर लड़ना होगा. हरियाणा में सोनीपत-गोहाना रोड पर किसान मजदूर संघर्ष समिति द्वारा 35 किलोमीटर लंबी ट्रैक्टर ट्राली रैली का आयोजन किया गया.

आज 14 और किसानों को जेल से जमानत पर रिहा किया गया. अब तक 78 किसानों को रिहा करा लिया गया है. संयुक्त किसान मोर्चा जेलों में बंद किसानों के संपर्क में है. दक्षिण भारत से आए किसानों के एक प्रतिनिधिमंडल ने आज संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं से बैठक की व चल रहे आंदोलन के साथ-साथ आगे की योजना बनाई.

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