दिल्ली-देहरादून शताब्दी आग लगने के बाद रेलवे सख्त, इन नियमों के उल्लंघन पर जुर्माने की तैयारी

वर्तमान में, रेलवे अधिनियम की धारा 167 के तहत, किसी को भी सह-यात्री के आपत्ति के बावजूद डिब्बे में धूम्रपान करते पकड़ा जाता है तो उसके खिलाफ केवल 100 रुपये तक के जुर्माने का प्रावधान है.

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नई दिल्ली:

भारतीय रेलवे (Indian Railway) अब ट्रेनों में धूम्रपान करने वालों के खिलाफ नकेल कसने की योजना बना रहा है. योजना के तहत अगर कोई ट्रेन में धूम्रपान करता हुआ पकड़ा जाएगा तो उसके खिलाफ भारी जुर्माने के साथ-साथ गिरफ्तारी भी की जाएगी. शनिवार को रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि हाल ही में शताब्दी एक्सप्रेस (Shatabdi Express)  के एक कोच में लगी आग की प्रारंभिक जांच के बाद रेलवे ट्रेनों में धूम्रपान करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने को तैयार है और गंभीर दंड की योजना बना रहा है.  

नई दिल्ली-लखनऊ शताब्दी एक्सप्रेस में आग लगने से हड़कंप, डेढ़ घंटे बाद ट्रेन रवाना

अधिकारियों ने बताया कि प्रारंभिक रिपोर्ट में पाया गया है कि शताब्दी एक्सप्रेस के कोच में सिगरेट या बीड़ी को एक शौचालय के कूड़ेदान में फेंक दिया गया था, जो गंदे टिशू पेपर से भरे हुए थे. इससे नई दिल्ली-देहरादून शताब्दी स्पेशल के कोच  S5 में आग लग गई. आपको बता दें कि यह घटना उत्तराखंड के रायवाला के पास 13 मार्च को हुई थी. इस आग में सार्वजनिक संपत्ति को काफी नुकसान पहुंचा था. 

वर्तमान में, रेलवे अधिनियम की धारा 167 के तहत, किसी को भी सह-यात्री के आपत्ति के बावजूद डिब्बे में धूम्रपान करते पकड़ा जाता है तो उसके खिलाफ केवल 100 रुपये तक के जुर्माने का प्रावधान है. लेकिन रेलवे अब इसे बदलने और ट्रेनों में धूम्रपान के लिए गंभीर दंड और जेल की योजना बना रहा है.

दिल्ली-देहरादून शताब्दी में लगी आग, धू-धू कर जला कोच; सभी यात्री सुरक्षित

केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल ने रेलवे बोर्ड के सदस्यों और जोनों के महाप्रबंधकों के साथ एक बैठक में कहा कि वे ट्रेनों में धूम्रपान के खिलाफ यात्रियों को संवेदनशील बनाने की दिशा में सक्रिय कदम उठाएं. वहीं, वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि रेलवे ट्रेनों में धूम्रपान पर रोक लगाएगा.उन्होंने बताया कि प्रारंभिक जांच के मुताबिक आग लगने की शुरुआत शौचालय से हुई और इसकी वजह बड़ी या सिगरेट बताई जा रही है. हालांकि की घटना की जांच अभी जारी है. 

अधिकारी ने कहा कि आग इतनी घातक थी कि टॉयलेट का इंटीरियर पूरी तरह से जल गया और फर्श टूट गया. अधिकारियों ने कहा कि एक यात्री ने चार सदस्यीय जांच दल को एक लिखित बयान दिया है जिसमें कहा गया है कि आग लगने पर कोच में स्मोक डिटेक्टर बंद हो गया. हालांकि ट्रेन के चालक दल की तेज प्रतिक्रिया से बड़ा हादसा टल गया क्योंकि कोच को जल्द ही हटा दिया गया.

वहीं, शनिवार यानी 20 मार्च को नई दिल्ली से कानपुर होते हुए लखनऊ जाने वाली शताब्दी एक्सप्रेस (Shatabdi Express) में आज सुबह तड़के आग लग गई. इससे रेलवे में हड़कंप मच गया.  हालांकि, इस हादसे में किसी के हताहत होने की कोई खबर नहीं है. सुबह 6.45 बजे के करीब जैसे ही यह ट्रेन गाजियाबाद रेलवे स्टेशन पर पहुंची तो उसके पार्सल कोच में आग लग गई. कोच से अचानक तेजी से आग की लपटें और धुआं निकलने लगे.

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आग की सूचना पाकर रेलवे के वरिष्ठ अधिकारी तुरंत मौके पर पहुंचे और आग पर काबू पाने की कोशिश की गई. हालांकि, थोड़ी ही देर बाद इस पर काबू पा लिया गया. ट्रेन की अन्य कोटों पर इस आग का कोई असर नहीं पड़ा. क्षतिग्रस्त कोच को हटाकर बाकी डब्बों के साथ ट्रेन को गंतव्य स्थल की ओर करीब 8.20 बजे रवाना कर दिया गया. 

Video : दिल्ली-देहरादून शताब्दी में आग, धू-धू कर जला कोच

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