हाथरस गैंगरेप (Hathras Gangrape) को लेकर पूरा देश गुस्से में हैं. 14 सितंबर को हैवानियत की शिकार बनी 20 साल की पीड़िता ने मंगलवार को दिल्ली के एक अस्पताल में दम तोड़ दिया था. इस पूरे मामले में पीड़ित परिवार ने उत्तर प्रदेश पुलिस (Uttar Pradesh Police) की ओर से निष्क्रियता दिखाने का आरोप लगाया है, लेकिन अब यूपी पुलिस पर असंवेदनशीलता की हद पार करने का आरोप लगा है. इसे लेकर लोगों में जबरदस्त आक्रोश फूट पड़ा है और कई नेताओं ने भी इस पर गुस्सा जाहिर किया है.
जानकारी है कि यूपी पुलिस ने आधी रात में परिवार की मौजूदगी के बिना पीड़िता का अंतिम संस्कार कर दिया. आरोप है कि पुलिस ने मंगलवार की रात अंधेरे में करीब 2.30 बजे अंतिम संस्कार कर दिया और इस दौरान परिवार को कमरे में बंद कर दिया था. इस घटना का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें विचलित करने वाले दृश्य हैं.
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इस घटना पर ट्वीट करते हुए लिखा, 'हाथरस की पीड़िता का पहले कुछ वहशियों ने बलात्कार किया और कल पूरे सिस्टम ने बलात्कार किया. पूरा प्रकरण बेहद पीड़ादायी है.'
दिल्ली के उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने भी इसे लेकर ट्वीट किया है. उन्होंने पुलिस की इस हरकत को बलात्कारी मानसिकता का प्रतीक बताया है. 'उत्तर प्रदेश में कल रात पुलिस ने जिस तरह पीड़िता का अंतिम संस्कार किया वह भी बलात्कारी मानसिकता का ही प्रतीक है. सत्ता, जाति और वर्दी के अहंकार के आगे इंसानियत तार तार हो रही है.'
बता दें कि यूपी के हाथरस में 14 सितंबर को 20 साल की महिला को चार-पांच लोगों ने एक खेत से उसके गले में दुपट्टा डालकर घसीटा था, फिर उसका रेप किया था. इस दौरान पीड़िता के साथ इतनी हैवानियत हुई कि उसकी रीढ़ की हड्डी टूट गई, शरीर में कई जगह फ्रैक्चर आ गए. यहां तक कि हैवानों ने उसकी जीभ तक काट डाली. परिवार का आरोप है कि पुलिस ने शिकायत देने के बावजूद मामले में 3-4 दिनों तक कोई एक्शन नहीं लिया. हालांकि, पुलिस ने आरोपों को खारिज करते हुए मंगलवार को बताया कि, पहले एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया था, फिर उससे नाम निकलवाकर बाकी तीनों को भी गिरफ्तार कर लिया गया. चारों आरोपी अभी जेल में हैं.
Video: हाथरस गैंगरेप केस : विरोध के बीच जबरन अंतिम संस्कार