'आंसू पोछने का बहाना, निषाद वोटरों पर निशाना?', 10 दिन में दूसरी बार संगम नगरी में प्रियंका गांधी 

11 फरवरी को भी प्रियंका प्रयागराज आई थीं और मौनी अमावस्या स्नान पर्व पर उन्होंने संगम में आस्था की डुबकी लगाने के बाद शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती का आशीर्वाद लिया था. बीते कुछ दिनों में प्रियंका गांधी लगातार उत्तर प्रदेश के दौरे पर हैं.

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प्रयागराज:

कांग्रेस (Congress) महासचिव और उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा ((Priyanka Gandhi Vadra) आज (रविवार, 21 फरवरी) एक बार फिर संगम नगरी प्रयागराज जा रही हैं. प्रियंका वाड्रा वहां यमुनापार के बसवार गांव पहुंचकर नाविक समाज से मुलाकात करेंगी और उनका दर्द बांटेंगी. 10 दिनों के अंदर प्रियंका का ये दूसरा दौरा पूरी तरह से आंसू पोछने का बहाना और निषाद वोटरों पर निशाना है.  दरअसल, 4 फरवरी को अवैध खनन के खिलाफ कार्रवाई करते हुए प्रशासन ने बसवार गांव में नाविकों की कई नावें तोड़ दी थीं. आरोप है कि इस दौरान महिलाओं पर लाठीचार्ज भी किया गया. इसी मामले में पुलिस ने नाविकों द्वारा विरोध करने पर दर्जनों लोगों के खिलाफ मामला भी दर्ज किया था. 

इस घटना के बाद से क्षेत्र में बालू खनन पूरी तरह से बंद पड़ा है. इसको लेकर ग्रामीणों में रोष है. ग्रमीणों का कहना है कि प्रशासन खनन माफिया के खिलाफ कार्रवाई करने की बजाय निषाद समाज पर जुल्म ढा रहा है जो खनन के काम में मजदूर की हैसियत से काम करता है. निषाद समाज का रोजगार बालू खनन से जुड़ा है. वहीं पुलिस महकमे के अधिकारी कैमरे पर कुछ भी बोलने को तैयार नहीं हैं, लेकिन पुलिस इसे खनन के खिलाफ कार्रवाई बता रही है.

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4 फरवरी की घटना के बाद से मामले पर सियासत भी गरमा गई है. तमाम राजनीतिक दलों से जुड़े लोगों का आना-जाना इस गांव में लगा हुआ है. समाजवादी पार्टी के प्रतिनिधिमण्डल के बाद निषाद पार्टी के नेता भी बसवार गांव पहुंचे. कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा भी निषाद समाज के बीच पहुंचकर सियासी मरहम लगाने की कोशिश करेंगी. प्रियंका के दौरे से पहले कांग्रेस नेताओं ने बसवार गांव में सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं. कांग्रेस के कई स्थानीय नेता और सुरक्षा एजेंसियों ने मौके का मुआयना किया और कार्यक्रम की रूपरेखा तय की. प्रियंका दोपहर 1:30 बजे के करीब बसवार गांव पहुंचेंगी, उससे पहले वो 11:30 बजे तक प्रयागराज पहुंचेंगी.

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बता दें कि 11 फरवरी को भी प्रियंका प्रयागराज आई थीं और मौनी अमावस्या स्नान पर्व पर उन्होंने संगम में आस्था की डुबकी लगाने के बाद शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती का आशीर्वाद लिया था. बीते कुछ दिनों में प्रियंका गांधी लगातार उत्तर प्रदेश के दौरे पर हैं. प्रियंका गांधी के दौरों को 2022 के यूपी विधानसभा चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है. दरअसल, प्रयागराज और आसपास के कई जिलों में निषाद समाज के मतदाता कई सीटों पर अपना खास असर रखते हैं. प्रयागराज की ही बात करें तो यहां अकेले निषाद बिरादरी के लोगो की संख्या 50 हज़ार से अधिक है और इनकी अन्य उपजातियों को शामिल कर लें तो यमुनापर इलाके की चारों विधानसभा क्षेत्र के अलावा प्रतापपुर और हंडिया में ये निर्णायक की भूमिका में रहते हैं.

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इस लिहाज से यहां बसवार और ठकुरी का पुरवा में प्रियंका गांधी अपने इस दौरे के जरिए निषाद समाज को साधने की कोशिश करेंगी. वहीं सोमवार 22 फरवरी को सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव भी प्रयागराज आ रहे हैं. वह सपा के वरिष्ठ नेता सलीम शेरवानी के आवास पर जाएंगे और 3 घण्टे रुकेंगे. इस दौरान बसवार मामला समेत कई राजनीतिक बिंदुओं पर चर्चा की सम्भावना है.

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इलाके के लोगों का कहना है कि राजनैतिक पार्टियों द्वारा निषाद समाज के इस मामले को मुद्दा बनाने के बाद करीब 16 टूटी नावों की मरम्मत का काम प्रयागराज प्रशासन की तरफ से कराया जा रहा है. बहरहाल, प्रयागराज के घूरपुर थाना क्षेत्र के बसवार के ठकुरी के पुरवा गांव में बालू माफियाओं द्वारा की जा रही अवैध बालू खनन के खिलाफ प्रशासन की कार्रवाई अब राजनैतिक पार्टियों के लिए आंसू पोछने का बहाना और निषाद वोटरों पर निशाना साधने का साधन बन गया है.

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