बिहार चुनाव: चुनावी मैदान में उतरेगी NCP, शरद पवार होंगे स्टार कैंपेनर

इसी के साथ महाराष्ट्र की नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी ने घोषणा की है कि वो भी बिहार में चुनाव लड़ेगी. पार्टी ने गुरुवार को घोषणा की कि वह बिहार विधानसभा का चुनाव लड़ेगी. पार्टी के कैंपेन के स्टार कैंपनेर पार्टी प्रमुख शरद पवार होंगे.

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नई दिल्ली:

बिहार विधानसभा चुनावों (Bihar Assembly Elections 2020) में अब बहुत ज्यादा वक्त नहीं रह गया है. चुनावी सरगर्मी चरम पर है और सारी राजनीतिक पार्टियां यहां बिसात पर अपनी गोटियां बिछा रही हैं. इसी के साथ महाराष्ट्र की नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी ने घोषणा की है कि वो भी बिहार में चुनाव लड़ेगी. पार्टी ने गुरुवार को घोषणा की कि वह बिहार विधानसभा का चुनाव लड़ेगी. पार्टी के कैंपेन के स्टार कैंपनेर पार्टी प्रमुख शरद पवार होंगे.

पार्टी की ओर से गुरुवार को एक बयान जारी कर कहा गया है कि वह प्रचार अभियान का विवरण जल्दी ही जारी करेगी. पार्टी ने पार्टी ने प्रचार अभियान के लिए 40 स्टार प्रचारकों की लिस्ट भी जारी की है. महाराष्ट्र सरकार में अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री और एनसीपी नेता नवाब मलिक, सांसद प्रफुल्ल पटेल, सुनील तटकरे, सुप्रिया सुले और फौजिया खान भी प्रचार की कमान संभालेंगे.

बता दें कि 243 सदस्यों वाली बिहार विधानसभा के लिए  बिहार में तीन चरणों में चुनाव होंगे. चुनाव 28 अक्टूबर से शुरू हो रहे हैं. वहीं मतगणना 10 नवंबर को होगी. पहले चरण में 71 सीटों पर, 3 नवंबर को दूसरे चरण में 94 सीटों पर चुनाव होने हैं. तीसरे चरण में 7 नवंबर को 78 सीटों पर चुनाव होंगे.

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नहीं लगेगी स्टार कैंपेनर्स की लंबी लाइन

वैसे बता दें कि चुनाव आयोग ने इस चुनावी रैलियों और कैंपेन को लेकर नए नियम जारी किए हैं. आयोग ने इस बार स्टार प्रचारकों की लिस्ट भी कम कर दी है. कोरोनावायरस के बीच हो रहे चुनावों के लिए प्रचार में बड़ी संख्या में लोगों के इकट्ठा होने के डर को लेकर चुनाव आयोग ने बुधवार को सभी राष्ट्रीय और क्षेत्रीय राजनीतिक पार्टियों के लिए ‘स्टार प्रचारकों' की संख्या 40 से घटाकर 30 कर दी है.

इस बार राजनीतिक पार्टियों का चेहरा भी अलग दिख रहा है. लोकजनशक्ति पार्टी इस बार एनडीए गठबंधन से अलग हो गई है और अकेले ही लड़ रही है. चिराग पासवान ने अकेले ही यहां पर नीतीश कुमार को चुनौती दी है. बीजेपी-जेडीयू फिर एक बार साथ हैं. वहीं उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी रालोसपा ने यूपीए से नाता तोड़कर तीसरा मोर्चा बना लिया है. उधर, तेजस्वी यादव आरजेडी के लिए नई जमीन तलाश रहे हैं.

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(भाषा से इनपुट के साथ)

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