14 Home Remedies जो दिलाएंगी केविटी से छुटकारा...

प्लाक से निकला एसिड हमारे एनामल में मौजूद प्रोटीन को नष्ट कर देता है. जिसके कारण हमारे दांतों में छेद बनना शुरू हो जाते हैं. एक बार जो एसिड हमारे दांतों में एनामल के नीचे पहुंचा तो मतलब केविटी शुरू.

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कैविटी दांतों में एक छोटा सा छेद होती है और दांतों को सड़ा सकती है
कैविटी और दांत सड़ना सबसे आम ओरल प्रॉब्लम है
छोटे बच्चे और काफी उम्रदराज आमतौर पर इसके सबसे ज्यादा शिकार होते हैं.

याद है बचपन में जब भी आप मां से कैंडी या लॉलीपॉप मांगते थे तो वह मना कर देती थी कि ज्यादा मीठा नहीं खाना चाहिए. कई विज्ञापन भी आपको याद हो आए होंगे जिनमें बताया जाता है कि मीठा हम से ज्यादा किटाणुओं को पसंद है... ये सब इसलिए सिखाया जाता है ताकि आप कैविटी से बचे रह सकें... दरअसल, दांतों में बनने वाला छोटा सा छेद जो आपके दांत सड़ने का कारण हो सकता है Cavities कहलाता है. दिन में दो बार दांतों को साफ करना इससे बचने का एक उपाय हो सकता है. इसके अलावा कुछ Home Remedies या घरेलू नुस्खे आपको आज हम बताने वाले हैं जो आपकी इस काम में मदद कर सकते हैं...

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याद कीजिए बचपन में कैसे हम सबको चॉकलेट और अन्य मीठे पकवान का अधिक सेवन करने से रोका जाता था और सोने से पहले दांतों को साफ करने के लिए भी कहा जाता था. ये सब हमारे दांतों को केविटी और सड़न से बचाने के लिए किया जाता था. ये एक आम ओरल प्रॉब्लम है. छोटे बच्चे और काफी उम्रदराज व्यक्ति आमतौर पर इसके सबसे ज्यादा शिकार होते हैं. हालांकि ये किसी के भी साथ हो सकता है. डेंटल केविटी दांतों में एक छोटा सा छेद होता है जो धीरे-धीरे आपके दांतों के सड़ने का कारण बनता है. केविटी का कारण होते हैं हमारे दांतों की सतह पर बैठे बैक्टीरिया जो शुगर से एसिड बनाते हैं. ये बैक्टीरिया हमारे मुंह में प्लाक के रूप में जमा होते हैं. प्लाक से निकला एसिड हमारे एनामल में मौजूद प्रोटीन को नष्ट कर देता है. जिसके कारण हमारे दांतों में छेद बनना शुरू हो जाते हैं. एक बार जो एसिड हमारे दांतों में एनामल के नीचे पहुंचा तो मतलब केविटी शुरू. 

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संभव हो सके तो हर बार खाने से पहले कुल्ला कर लें. 

सुबह सोकर उठने के बाद और रात को सोने से पहले ब्रश करना इस परेशानी से पार पाने का सबसे आसान रास्ता है. और सिर्फ केविटी ही नहीं, ऐसा करने से आमतौर पर दांतों से काफी सारी समस्याओं से आपको निजात मिलता है. और संभव हो सके तो हर बार खाने से पहले कुल्ला कर लें.

केविटी से लड़ने के 14 घरेलू नुस्खे जो कर सकते हैं आपकी मदद-

1. फ्लोराइड माउथवॉश 

फ्लोराइड आपके दांतों के एनामल में मिलरल्स रिस्टोर करने में काफी मदद करता है. हम जानते हैं कि मिनरल की कमी हमारे दांतों के सड़ने का एक बड़ा कारण हैं तो ऐेसे में फ्लोराइड माउथवॉश आपके लिए काफी बेहतर साबित हो सकता है. 

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2. लौंग

लौंग केवल केविटी ही नहीं किसी भी तरह की ओरल प्रॉब्लम से लड़ने में आपकी मदद करती है. इसके एंटी-बैक्टीरियल गुण दर्द कम करने में भी आपकी मदद करते हैं.

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3. लहसुन (Garlic)
खाने में स्वाद बढ़ाने के साथ-साथ लहसुन स्वास्थ्य के लिए भी बेहद फायदेमंद है. कच्चा लहसुन चबाना भी आपकी ओरल हेल्थ के लिए काफी फायदेमंद हो सकता है. इसमें मौजूद एंटी-फंगल और एंटी-बैक्टीरियल गुण इसे एक बेहतरीन पेनकिलर भी बनाते हैं.

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इसके एंटी-बैक्टीरियल गुण दर्द कम करने में भी आपकी मदद करते हैं
Photo Credit: iStock

4. हड्डी का सूप( Bone Broth) 
ये स्वस्थ पशुओं की हड्डियों और ताजा सब्जियों को एक साथ उबाल कर बनाया जाने वाला सूप है. जिसमें ढेर सारे विटामिन, मिनरल और फैट भी मौजूद होते हैं. इसमें मौजूद कैल्शियम और मैग्नीशियम हमारे दांतों से केविटी को हटाते हैं और दांतों को सड़ने से बचाते हैं.

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5. नमक का पानी (Saltwater)
ओरल प्रॉब्लम्स से निपटने के लिए नमक का पानी सबसे आम नुस्खो में से एक है. ये आपके मुंह को बैक्टीरिया से मुक्त रखता है और केविटी में से चिपचिपापन भी दूर करता है. नमक पानी हमारे मुंह से एसिड को हटाकर मुंह का पीएच लेवल सामान्य करता है. 

6.लौंग का तेल (Clove oil)
लौंग में मौजूद यूजीनॉल एक पेनकिलर की तरह काम करता है. इसलिए लौंग का तेल केविटी और सड़न के कारण होने वाले दर्द से राहत दिलाने में भी आपकी मदद करता है. इसके एंटीमाइक्रोबियल तत्व किसी भी बैक्टीरिया, फंगस और वायरस को बढ़ने से रोकते हैं.

7.ऑयल पुलिंग (Oil pulling)

जैसा कि नाम से पता चल ही रहा है, तेल की मदद से अशुद्धियों को हटाना ऑयल पुलिंग कहलाता है. इस तकनीक में आपको किसी भी वेजिटेबल ऑयल से 5 या 10 मिनट के लिए कुल्ला करना होता है. इसके लिए आप कोई भी वेजिटेबल ऑयल जैसे ऑलिव ऑयल या नारियल के तेल का इस्तेमाल कर सकते हैं. इस प्रकार कुल्ला करने से आपके मुंह के सारे बैक्टीरिया बाहर आ जाते हैं. ये तकनीक केविटी के लिए तो कारगर है ही इसके अलावा ये आपके मसूड़ों में मौजूद सूजन को भी कम करने में मदद करता है.

8. नींबू (Lemon)

नींबू विटामिन-सी से भरपूर होता है. इसमें मौजूद एसिड जर्म्स को मारकर दर्द को कम करने में आपकी मदद करते हैं. मुंह में नींबू का एक टुकड़ा रखकर उसे चबाएं और फिर साफ पानी से कुल्ला कर लें. 

 

 

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9. टी-ट्री ऑयल ( Tea tree oil) 

इसमें सूजन कम करने वाले और एंटी बैक्टीरियल गुण होते हैं जो केविटी से लड़ने में आपकी सहायता करते हैं. इसे इस्तेमाल करने का तरीका एकदम सरल है. बस आप इससे अपने दांतों और मसूड़ों की मसाज करें और फिर गर्म पानी से कुल्ला कर लें.

10. नीम  (Neem)

पुराने समय में लोग ब्रश के स्थान पर नीम के दातून से मुंह दांत साफ करते थे. नीम स्वस्थ दांतों के लिए एक बेहतरीन उपाय है. नीम में मौजूद फाइबर तत्व आपके दांतों से प्लाक को दूर रखते है. फिलहाल हम नीम के दातून की नहीं पत्तियों के बारे में बता रहे हैं. तरीका यह है कि मुंह में नीम की पत्तियों को रखकर चबाइए और फिर तुरंत बाद पानी से कुल्ला कर लीजिए. 

11. बेकिंग सोडा (Baking soda)

बेकिंग सोडा में एंटीमाइक्रोबियल घटक मौजूद होते है और इसके अल्कली तत्व आपके मुंह में मौजूद एसिड को सामान्य स्तर पर ले आते हैं. इसके उपयोग के लिए ब्रश को बेकिंग सोडा में डालकर उससे फिर अपने दांत मलिये. लेकिन इससे मुंह साफ करते समय आपक को थोड़ी सावधानी बरतनी होगी क्योंकि ये आपके एनामल को भी नुकसान पहुंचा सकता है. इसे ज्यादा लम्बे समय तक प्रयोग में ना लाये. एक और मजेदार बात ये है कि बेकिंग सोडा आपके दांत को सफेद करने में भी सहायक होता है.

12. अण्डे का छिलका (Eggshell)

इसमें मौजूद कैल्शियम कार्बोनेट सड़न को खत्म कर एनामल में मिनरल वापस लाने का काम करते हैं. तो अण्डे के छिलके को साफ करके उसे सुखाएं और पीस कर पाउडर में बदलें. उसमें थोड़ा बेकिंग और नारियल का तेल मिलाइए और फिर पेस्ट की तरह इस्तेमाल करें. पेस्ट को एयर टाइट कंटेनर में ही स्टोर करें.

13. हल्दी  (Turmeric)

केविटी से निजात दिलाने के लिए अक्सर हल्दी का इस्तेमाल किया जाता है. ये आपके मसूड़ों को स्वस्थ रखने में आपकी मदद करती है. हल्दी इस्तेमाल करने के दो तरीके हैं. पहला कि आप प्रभावित क्षेत्र पर हल्दी लगाएं और फिर कुल्ला कर लें. दूसरा हल्दी को सरसों के तेल के साथ मिक्स करके उससे 10 मिनट तक दांतों की मसाज करें. 

 

इसमें मौजूद  एंटी-बैक्टीरियल गुणों  के कारण केविटी और सड़न से बचाने का काम करते हैं.

14. गेहूं के जवारे (Wheatgrass) 
ये विटामिन ए और ई का एक बेहतरीन स्रोत होते हैं. इसके अलावा आयरन, कैल्शियम और मैग्नीशियम से भी भरपूर होते हैं. साथ ही इसमें मौजूद  एंटी-बैक्टीरियल गुणों  के कारण केविटी और सड़न से बचाने का काम करते हैं. इसे इस्तेमाल करने का तरीका है कि इसका जूस बना के पीया जाए. या तो आप एक ग्लास शुद्ध गेंहू के जवार का जूस पी सकते हैं या फिर 1 हिस्से के जूस में 6 हिस्से पानी मिलाकर इसका सेवन कर सकते हैं. इसके इस्तेमाल के बाद कुल्ला कर लें. और इंफेक्शन की स्थिति में आप इसे सीधे चबा सकते हैं.

(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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