H3N2 Influenza का किडनी पर पड़ता है गंभीर साइड इफेक्ट्स

विशेषज्ञों के अनुसार, H3N2 इन्फ्लुएंजा विशेष रूप से बुजुर्गों, डायबिटीज, उच्च रक्तचाप, हृदय संबंधी समस्याओं या गुर्दे की बीमारी जैसी पुरानी बीमारियों से पीड़ित लोगों में किडनी को गंभीर रूप से नुकसान पहुंचा सकता है.

विज्ञापन
Read Time: 24 mins
H3N2 Influenza का किडनी पर पड़ता है गंभीर साइड इफेक्ट्स
नई दिल्ली:

कोविड-19 के बाद, H3N2 इन्फ्लुएंजा के मामले पूरे देश में बढ़ रहे हैं और यह वायरस भारत में पहले ही दो लोगों की जान ले चुका है. हालांकि यह आमतौर पर हल्की बीमारी माना जाता है, लेकिन कमजोर समूहों को इससे गंभीर खतरा भी हो सकता है. इसी वजह से H3N2 इन्फ्लुएंजा से बचने के लिए लोगों को कोविड-19 की तरह ही सर्तक रहने को कहा जा रहा है. H3N2 इन्फ्लुएंजा के प्रसार को रोकने के लिए मास्क पहनना, बार-बार हाथ धोना और सामाजिक दूरी का पालन करने जैसे नियम शामिल हैं. इस वायरस की चपेड में छोटे बच्चे भी हैं, जो उन्हें आईसीयू में भर्ती करा रहा है. इस बीमारी के प्रमुख लक्षणों में सांस फूलने, खांसी, बुखार और निमोनिया जैसे लक्षण दिखाई दे रहे हैं.

Healthy Tips: मौसमी बीमारियों से बचना है तो अपने आहार में शामिल करें ये हेल्दी डाइट 

विशेषज्ञों के अनुसार, H3N2 इन्फ्लुएंजा विशेष रूप से बुजुर्गों, डायबिटीज, उच्च रक्तचाप, हृदय संबंधी समस्याओं या गुर्दे की बीमारी जैसी पुरानी बीमारियों से पीड़ित लोगों में किडनी को गंभीर रूप से नुकसान पहुंचा सकता है.

H3N2 इन्फ्लूएंजा के लक्षण

H3N2 इन्फ्लूएंजा के लक्षणों में तेज बुखार, खांसी, गले में खराश, सिरदर्द, थकान, शरीर में दर्द, ठंड लगना शामिल हैं. विशेषज्ञों के अनुसार इसके गंभीर लक्षणों में सांस की तकलीफ, उल्टी, निर्जलीकरण, निम्न रक्तचाप, नीले होंठ, दौरे, भ्रम और सीने में दर्द शामिल हैं. ये लक्षण पांच से सात दिनों तक रहते हैं.

Advertisement

Thyroid और Diabetes वाले इन 5 कारगर टिप्स को अपनाकर घटाएं अपना Body Fat, कंट्रोल में रहेगी बीमारी

Advertisement

कैसे फैलता H3N2 इन्फ्लूएंजा

H3N2 इन्फ्लुएंजा अत्यधिक संक्रामक है. यह संक्रमित बूंदों के माध्यम से एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में आसानी से संचारित हो सकता है. गर्भवती महिलाओं, छोटे बच्चों और बुजुर्ग को इस फ्लू से अधिक खतरा हो सकता है.

Advertisement

इन्फ्लुएंजा टीका का क्या होगा असर

स्वास्थ्य विशेषज्ञ मानते हैं कि इस बीमारी के जटिलताओं से बचने के लिए टीकाकरण जरूरी है. विशेषज्ञ डायलिसिस और गुर्दा प्रत्यारोपण के बाद के रोगियों को वार्षिक इन्फ्लूएंजा टीकाकरण और किडनी विशेषज्ञ डॉक्टर के पास जाने की सलाह देते हैं. 

Advertisement

AIIMS के डॉक्टरों ने 90 सेकंड में मां के पेट में ही कर डाली बच्चे की सफल Heart Surgery, डॉक्टर बोले, काफी रिस्की था काम

अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.


 

Featured Video Of The Day
Russia के Kazan में Drone से हमला, Ukraine पर हमले का शक | Ukraine | Breaking News | NDTV India
Topics mentioned in this article