Relationship Tips: 7 साइन जो बताते हैं कि पार्टनर का इंटरेस्ट आप में हो रहा है कम, ऐसे संभाले रिश्ते को

पर सवाल ये है कि अपने रिश्ते को बचाएं कैसे. कभी ईगो बीच में आ जाता है. तो कभी दरम्यान आ चुकी दूरियां आगे नहीं बढ़ने देतीं. पर रिश्ता बचाना है तो किसी को तो शुरुआत करनी ही होगी. पर कैसे इन सवालों का जवाब कुछ इस तरह ढूंढिए.

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पुराने गिले शिकवे भुलाकर और सिर्फ अपने पार्टनर की कमियां गिनने की जगह उनकी अच्छी बातों पर फोकस कीजिए.
क्या आपको लगता है कि आपके और आपके पार्टनर के बीच अब पहले जैसा प्यार नहीं रहा. न रूठने मनाने के सिलसिले हैं न गिले शिकवों के दौर हैं. ये तो छोड़िए आमने सामने बैठे हों तो चंद लफ्ज ही एक दूसरे से कह दिए जाएं ऐसे हालात भी नहीं बचे. अब दोनों के बीच हैं तो कुछ जरूरी सवाल जिनके जवाब हां या नहीं में खत्म हो जाते हैं. नजरें मिलना तो दूर अब निगाहों के आगे सिर्फ मोबाइल की स्क्रीन ही नजर आती है. तो समझ लीजिए कि आपका रिश्ता अलार्मिंग स्टेज तक पहुंच चुका है. और अगर आप अभी भी ये नहीं समझ पा रहे हैं कि आपके पार्टनर का इंटरेस्ट वाकई आप में कम हो चुका है तो बिना देर किए इन साइन्स को नोटिस करना शुरू कर दीजिए. 

बातों पर ध्यान न देना

क्या आपके साथ भी अक्सर ऐसा हो रहा है कि आपका पार्टनर आपकी बातों पर ध्यान नहीं दे रहा. अधिकतर सवालों के जवाब आपको हूं, हां में मिल रहे हैं. तो समझिए कि आपकी बातों से आपका पार्टनर ऊबने लगा है.

टेक्स्ट का जवाब न देना

आप एसएमएस पर एसएमएस कर रहे हैं पर आपका पार्टनर उन्हें देखने के बाद भी जवाब देने के लिए तैयार नहीं. कभी कभी व्यस्तता ज्यादा हो ये रवैया ठीक है. पर अक्सर ही ऐसा होने लगे तो समझिए कि मामला गंभीर है.

बढ़ रही है झल्लाहट

आपकी छोटी छोटी बातों पर आपका पार्टनर झल्लाने लगा है. तो ये रिलेशनशिप में आ रही दूरियों का साफ संकेत है.

सवालों का सिलसिला खत्म

आपका पार्टनर अगर आपसे सवाल पूछना बंद कर दे. आपकी छोटी छोटी बातों पर ध्यान देना बंद कर दे. तो इस बात का संकेत है कि आप कब कहां आ जा रहे हैं. क्या कर रहे हैं. अब उसे इन सब बातों से फर्क नहीं पड़ता.

नजदीकियां बन गई दूरियां

आप बार बार अपने साथी के नजदीक जाने की कोशिश कर करते हैं. पर हर बार वो उन कोशिशों को नाकाम कर देते हैं. आपकी करीब जाने की हर तरकीब फेल हो जाए तो समझिए कि अब रिश्ते में वो बात नहीं रही.

वक्त की कमी

जब आपके पार्टनर के पास ऐसे वक्त की कमी होने लग जाए जो सिर्फ आपके लिए है तो भी समझ लेना चाहिए कि अब रिश्ता नाजुक मोड़ पर आ चुका है.

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आपसे ज्यादा दूसरों पर ध्यान

इस बात का अंदाजा उस वक्त होगा जब आप अपने पार्टनर के साथ किसी फैमिली गेदरिंग या फ्रेंड्स की पार्टी में मौजूद हो. तब अगर ये अहसास हो कि पार्टनर आपसे ज्यादा वक्त दूसरों के साथ बिता रहा है या फिर आपकी बातों से ज्यादा दूसरों की बातों में दिलचस्पी ले रहा है तो भी वक्त रिश्ते को बचाने का आ चुका है.

क्या करें कैसे बचाएं इस रिश्ते को

पर सवाल ये है कि अपने रिश्ते को बचाएं कैसे. कभी ईगो बीच में आ जाता है. तो कभी दरम्यान आ चुकी दूरियां आगे नहीं बढ़ने देतीं. पर रिश्ता बचाना है तो किसी को तो शुरुआत करनी ही होगी. पर कैसे इन सवालों का जवाब कुछ इस तरह ढूंढिए.

तारीफ करें

पुराने गिले शिकवे भुलाकर और सिर्फ अपने पार्टनर की कमियां गिनने की जगह उनकी अच्छी बातों पर फोकस कीजिए. उन्हें देखकर चुप हो जाने की जगह उनकी तारीफ भी कीजिए. यकीन मानिए छोटी छोटी तारीफें रिश्तों पर बड़ा असर करती हैं.

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सुनना सीखें

ये भी बहुत जरूरी है कि आप अपने पार्टनर को सुनना सीखें. उनकी बातों में दिलचस्पी लें. उनके दफ्तर में, दोस्तों के साथ, रिश्तेदारों के बीच कब क्या हुआ है इसे सुनें और समझें. ये उन्हें अहसास दिलाएगा कि आप उनकी बातों में इंटरेस्ट लेते हैं.

छोटी छोटी बातों का रखें ध्यान

अक्सर महंगे महंगे गिफ्ट देना वो काम नहीं कर पाता जो छोटी छोटी सी बातें कर देती हैं. मसलन आपके पार्टनर को कब क्या खाना पसंद है. आप का किस अंदाज में तैयार होना पसंद है. कहीं से लौटते समय कुछ ऐसा गिफ्ट लेकर आएं जो उन्हें सरप्राइज करें. कभी कभी सही मौके पर मिली सही फ्लेवर वाली चाय ही कमाल कर देती है. उनकी छोटी छोटी बातों में इंटरेस्ट लेकर तो देखिए कैसे बड़े बड़े मसले चुटकी में ही सॉल्व हो जाएंगे.

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जानें टीके से पहले और बाद की सावधानियां

अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.
 

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