हरियाणा विधानसभा चुनाव की बिसात बिछ चुकी है. ऐसे में शह मात के इस खेल में हर कोई एक दूजे से आगे निकलना चाहता है. इसी कोशिश में चुनाव से पहले ही तमाम दल अपनी-अपनी जीत के दावें कर रहे हैं. चुनाव से ठीक पहले इस बात की भी खूब चर्चा हो रही है कि राज्य में कांग्रेस की तरफ से सीएम कौन बनेगा. इस रेस में जहां पहले पूर्व सीएम भूपिंदर सिंह हुड्डा और कुमारी शैलजा के बीच लड़ाई मानी जा रही है. वहीं अब इस रेस में रणदीप सुरजेवाला का नाम भी जुड़ चुका है.
अगर सीएम नहीं बना तो...
कांग्रेस नेता रणदीप सुरेजवाला ने खास बातचीत में कहा कि हम हरियाणा में 70 सीटें जीतने जा रहे हैं. भूपिंद्र सिंह हुड्डा जब पहली बार सीएम बने थे तो वो भी सांसद ही थे. सीएम की दौड़ में अगर नहीं रहूंगा तो बाबा बनकर धूनी थोड़े ही रमाऊंगा. लेकिन सीएम का फ़ैसला हाई कमान करेगा. एनडीटीवी को दिए मुख्यमंत्री नायब सैनी के इंटरव्यू पर पर उन्होंने कहा कि वो तो टेम्पेररी मुख्यमंत्री हैं , जब वो कुरुक्षेत्र के सांसद थे तो कैथल के लिए ढेले भर का काम नहीं किया.
कांग्रेस में टिकट बंटवारे पर अंसतोष
टिकट बंटवारे को लेकर कांग्रेस के अपने संगठन और प्रदेश नेताओं के बीच असंतोष का सामना भी करना पड़ रहा है. इस रेस में सबसे पहला नाम शैलजा कुमारी (Selja Kumari) का सामने आ रहा है. शैलजा अकलाना सीट से चुनाव लड़ना चाहती थीं, लेकिन उन्हें टिकट नहीं मिला. भूपेंद्र हुड्डा गुट को ज्यादा तरजीह दिए जाने को लेकर माना जा रहा है कि शैलजा कुमारी कांग्रेस आलाकमान से नाराज हैं.
टिकट बंटवारे पर शैलजा का भी छलका दर्द
NDTV से खास इंटरव्यू में शैलजा कुमारी का ये दर्द भी छलका. उन्होंने अपने अंदाज में कांग्रेस आलाकमान को खास मैसेज भी दे दिया. हालांकि, शैलजा ने पार्टी छोड़कर BJP या किसी और दल में जाने की अटकलों को खारिज कर दिया है. वहीं, कांग्रेस के दो बड़े नेताओं शैलजा कुमारी और भूपिंदर सिंह हुड्डा में मनमुटाव के बीच कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे का दौरा भी रद्द कर दिया गया है.
क्यों नाराज हैं कुमारी शैलजा
बताया जा रहा है कि कुमारी शैलजा ने अपने समर्थकों के लिए ढाई दर्जन से अधिक सीटों की मांग की थी.लेकिन टिकट बंटवारे में 70 से अधिक जगह हुड्डा के समर्थक टिकट हथियाने में कामयाब हो गए. ऐसे में शैलजा खेमे को केवल 4-5 सीटें ही मिल पाईं. कांग्रेस ने 12 सितंबर को अपनी अंतिम सूची जारी की थी. इसके बाद से ही शैलजा ने चुप्पी साध ली है. कहा जा रहा है कि टिकट बंटवारे में अपने लोगों को जगह न दिए जाने से वो नाराज हैं.
इसलिए उन्होंने हरियाणा विधानसभा चुनाव के प्रचार से दूरी बना ली है. इस बीच कुछ लोगों की ओर से शैलजा पर जाति के आधार पर की गई टिप्पणियों ने उन्हें और नाराज कर दिया है. शैलजा समर्थकों का कहना है कि हुड्डा के समर्थकों ने उन्हें जाति के आधार पर निशाना बनाया.