- सूरत के SVNIT में कंप्यूटर साइंस के छात्र अद्वैत नायर ने हॉस्टल की पांचवीं मंजिल से कूदकर आत्महत्या की
- छात्रों का आरोप है कि अद्वैत की मदद के लिए एम्बुलेंस लगभग तीस मिनट बाद पहुंची, जिससे जान जाने की आशंका है
- अद्वैत पिछले चार महीनों से कक्षाओं और परीक्षाओं में गैरहाजिर था, लेकिन प्रशासन ने कोई कार्रवाई नहीं की
देश के जाने-माने इंजीनियरिंग संस्थान सरदार वल्लभभाई नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी (SVNIT) सूरत में एक अत्यंत दुखद घटना सामने आई है. 30 नवंबर की देर रात को SVNIT के कंप्यूटर साइंस विभाग के थर्ड ईयर के छात्र अद्वैत नायर ने हॉस्टल से कूदकर जान दे दी. अद्वैत केरल का रहने वाला था और उसके माता-पिता ओमान में रहते हैं.
घटना के भड़के छात्र
यह हृदयविदारक घटना रविवार रात करीब 10:30 से 11:00 बजे के बीच हुई. अद्वैत, जो भाभा भवन बॉयज हॉस्टल की H नंबर बिल्डिंग के रूम नंबर 222 में रहता था, उसने कथित तौर पर पांचवीं मंजिल से छलांग लगा दी. घटना के तुरंत बाद संस्थान का इमरजेंसी रिस्पॉन्स सिस्टम सवालों के घेरे में आ गया. घायल अद्वैत को इलाज के लिए सन साइन ग्लोबल हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. छात्रों का सबसे गंभीर आरोप है कि आत्महत्या की घटना के लगभग 30 मिनट बाद तक एम्बुलेंस समय पर नहीं पहुंची. छात्रों का कहना है कि प्रशासन को सूचित करने के बावजूद एम्बुलेंस बुलाने में देरी हुई, जिसने शायद छात्र की जान लेने में अहम भूमिका निभाई.
एडमिनिस्ट्रेशन के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन
अद्वैत नायर की मौत और एडमिनिस्ट्रेशन की इस कथित लापरवाही से अन्य छात्रों में भारी रोष व्याप्त हो गया. बड़ी संख्या में छात्र एडमिनिस्ट्रेटिव बिल्डिंग के बाहर जमा हुए और उन्होंने संस्थान के प्रशासन की गंभीर लापरवाही के खिलाफ गुस्सा जताया और विरोध-प्रदर्शन किया. छात्र तुरंत इंसाफ और जवाबदेही की मांग कर रहे हैं. उनका कहना है कि इस घटना ने इंस्टिट्यूट के इमरजेंसी रिस्पॉन्स सिस्टम और स्टूडेंट सेफ्टी पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं.
गैरहाजिरी पर सवाल- छात्रों के आरोप क्या हैं?
इस पूरे मामले में संस्थान के प्रशासन की उदासीनता को लेकर भी गंभीर आरोप लगे हैं. जानकारी के मुताबिक, अद्वैत नायर पिछले चार महीनों से क्लास और परीक्षा से गैरहाजिर था. छात्रों ने सवाल उठाया है कि देश के इतने बड़े इंजीनियरिंग इंस्टीट्यूट में अगर कोई छात्र इतने लंबे समय तक गैरहाजिर रहता है, तो इंस्टीट्यूट ने उसकी परवाह क्यों नहीं की?
छात्रों ने यह भी आरोप लगाया है कि अद्वैत नायर कुछ समय से डिप्रेशन में था, लेकिन हॉस्टल मैनेजमेंट ने कथित तौर पर इस ओर परिवार का ध्यान तक नहीं दिलाया. एडमिनिस्ट्रेशन को इस तरह के गंभीर संकेत मिलने के बावजूद कोई एक्शन न लेना संस्थान की संवेदनहीनता को दर्शाता है।
परिजन केरल रवाना
अद्वैत के माता-पिता ओमान में रहते हैं। बेटे की आत्महत्या की खबर मिलते ही वे सूरत पहुंचे और अपने बेटे के शव के साथ केरल के लिए रवाना हो गए. इस घटना ने पूरे कैंपस में दुख और गुस्से का माहौल पैदा कर दिया है.














