मध्य प्रदेश में एक किसान ने अपने खेत में उगाई लाल रंग की भिंडी, यहां जानें

भिंडी (Ladyfinger) उन सबसे आम खाद्य पदार्थों में से एक है जो हमें स्थानीय बाजारों में मिलती है.

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  • एमपी में किसान ने उगाई लाल रंग ​की भिंडी.
  • हरी भिंडी की तुलना में ज्यादा फायदेमंद और पौष्टिक होती है.
  • भिंडी सबसे आम खाद्य पदार्थों में से एक है.
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भिंडी (Ladyfinger) उन सबसे आम खाद्य पदार्थों में से एक है जो हमें स्थानीय बाजारों में मिलती है. जबकि हम में से अधिकांश लोग आमतौर पर इस सब्जी को दोपहर के भोजन या रात के खाने के लिए तैयार करते हैं, पिछले कुछ वर्षों में, यह एक कम्फर्ट फूड भी बन गया है जिसे हम खाना पसंद करते हैं. इसे परंपरागत रूप से अपने हरे रंग और चिपचिपी बनावट के लिए जाना जाता है, एक किसान अब भिंडी में एक नई लाल रंग की किस्म लेकर आया है! हां, आपने सही पढ़ा है. एक लाल रंग की भिंडी मौजूद है जो वर्तमान में मध्य प्रदेश के एक किसान मिस्रीलाल राजपूत द्वारा उगाई जा रही है.

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एएनआई से बात करते हुए, किसान ने अपनी 'लाल भिंडी' के फायदों के बारे बताते हुए कहा  कि "मैं जिस भिंडी को उगाता हूं वह अपने सामान्य हरे रंग के बजाय लाल रंग की होती है. यह हरी भिंडी की तुलना में ज्यादा फायदेमंद और पौष्टिक होती है. उन्होंने कहा, यह उन लोगों के लिए बहुत ही फायदेमंद है जो हृदय और ब्लड प्रेशर, डायबिटीज, हाई कोलेस्ट्रॉल के मुद्दों का सामना कर रहे हैं.

जब मिस्रीलाल राजपूत से खेती की प्रक्रिया के बारे में पूछा गया तो उन्होंने एएनआई को बताया कि "मैंने वाराणसी के एक कृषि अनुसंधान संस्थान से 1 किलो बीज खरीदा था. मैंने उन्हें जुलाई के पहले सप्ताह में बोया था. लगभग 40 दिनों में, यह बढ़ने लगा." किसान के अनुसार इस लाल भिंडी की खेती में किसी हानिकारक कीटनाशक का प्रयोग नहीं किया गया है.

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क्योंकि यह लाल भिंडी आम भिंडी से अलग है, इसलिए किसान ने इसकी कीमत भी ज्यादा रखी है. उन्होंने एएनआई को बताया कि, ''यह भिंडी आम भिंडी से 5-7 गुना महंगी है. कुछ मॉल में इसे 75-80 रुपये से 300-400 रुपये प्रति 250 ग्राम/500 ग्राम तक बेचा जा रहा है.' उन्होंने यह भी कहा कि एक एकड़ भूमि पर कम से कम 40-50 क्विंटल और अधिकतम 70-80 क्विंटल की खेती की जा सकती है.

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