अपनाएं ये नुस्खे और छोटी जगह में ही किचन गार्डन बनाकर उगाएं सब्जियां

वो भी बहुत कम लागत और कम समय में. शायद सुनकर यकीन न हो. पर जो नुस्खे हम आपको बताने जा रहे हैं. वो सुन कर आपको लगने लगेगा कि किचन गार्डनिंग कोई मुश्किल काम नहीं. और इसके लिए बहुत बड़ी जगह की भी आवश्यकता नहीं.

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किचन में सब्जी काटते वक्त अक्सर आपको भी यही ख्याल आया होगा कि काश ये सब्जी आपके अपने आंगन में उगती तो इसकी ताजगी कुछ और ही होती. पर अपने छोटे से किचन और छोटी सी बालकनी को देखकर शायद ये ख्याल जिस तेजी से आया है उसी तेजी से गायब भी हो जाता होगा. अब अगर हम ये कहें कि आप अपनी खुद की छोटी सी बालकनी में ही अपना खुद का किचन गार्डन तैयार कर सकती हैं. वो भी बहुत कम लागत और कम समय में. शायद सुनकर यकीन न हो. पर जो नुस्खे हम आपको बताने जा रहे हैं. वो सुन कर आपको लगने लगेगा कि किचन गार्डनिंग कोई मुश्किल काम नहीं. और इसके लिए बहुत बड़ी जगह की भी आवश्यकता नहीं.

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कम जगह में लगाई जा सकती हैं ये सब्जियां

किचन गार्डनिंग के लिए ये समझना जरूरी है कि कौन सी सब्जियां आपके घर में आसानी से उग सकती हैं. जिसमें देखरेख भी कम लगे. और घर की आबोहवा में वो पनप भी सके. पालक, मेथी, गोभी, बैंगन, टमाटर, शिमला मिर्च, लौकी, गिलकी ये कुछ ऐसी सब्जियां हैं जो आसानी से लग जाती हैं. इसके अलावा भिंडी, पुदीना और नींबू लगाना भी आसान है. करी पत्ता तो अमूमन हर घर में लग ही जाता है. इन सब्जियों को आप गमले में या फिर पुराने टब या बाल्टी में ही लगा सकती हैं.

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गार्डन‍िंग के लिए ऐसे करें मिट्टी तैयार

सब्जियां लगाने से पहले मिट्टी की सही तैयारी करना न बिल्कुल न भूलें. एक अच्छे किचन गार्डन का पहला कदम यही है. सबसे पहले गमले में मिट्टी डालें और फिर उसमें पानी डाल कर एक दो दिन के लिए उसे वैसे ही छोड़ दें. दो दिन बाद मिट्टी में गोबर और कुछ सूखी पत्तियां डाल दें. अब खुरपी से मिट्टी को थोड़ा ऊपर नीचे कर दें. अब मिट्टी बिलकुल तैयार है. अब आप इसमें अपनी मनचाही सब्जी का बीज या पौधा लगा सकती हैं.

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न करें केमिकल का इस्तेमाल

याद रखिए आपने अपना किचन गार्डन इसलिए तैयार रखा है क्योंकि आप हैल्दी और ऑर्गेनिक सब्जियां खाना चाहती हैं. इसलिए भूलकर भी गमलों में केमिकल वाली खाद न डालें. क्योंकि इससे आपको वो क्वालिटी नहीं मिल सकेगी जिसका आपको इंतजार है. सब्जियों में सिर्फ गोबर की नेचुरल खाद का ही प्रयोग करें. चाहें तो चाय का पानी भी डाल सकती हैं.

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पानी देते समय ये याद रखें कि जब तक पौधा छोटा है तब तक आपको तेजी से पानी नहीं डालना. जब तक पौधा जड़ नहीं पकड़ता. तब तक पानी धीरे धीरे ही डालें. बीज बोया हो तो भी इन्हीं बातों का ध्यान रखें. अगर आपने किसी सब्जी का पौधा लगाया है, तो वो थोड़ा जल्दी पनपेगा बजाय बीज के. दोनों के फलने की प्रक्रिया में दस से पंद्रह दिन का अंतर आ सकता है.

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