Eid Milad-un-Nabi 2021: आज है ईद-ए-मिलाद-उन-नबी, सेलिब्रेट करें और बनाएं ये स्पेशल रेसिपी

Eid Milad-un-Nabi 2021: दुनिया भर में आज मिलाद उन-नबी (Eid Milad 2021) का त्योहार मनाया जा रहा है. इस्लाम धर्म के लोग पैगंबर हजरत मोहम्मद के जन्मदिन को ईद-ए-मिलाद-उन-नबी या ईद-ए-मिलाद रूप में मनाते हैं.

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Eid Milad-un-Nabi 2021: इस्लाम धर्म में इस दिन को बहुत की खुशी के साथ मनाया जाता है.
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सेवई एक इंडियन डिज़र्ट है.
सेवई को दूध में पकाया जाता है और ढेर सारे ड्राई फ्रूट्स डाले जाते हैं.
ईद के मौके पर सेवई को बना सकते हैं.

Eid Milad-un-Nabi 2021:   दुनिया भर में आज मिलाद उन-नबी (Eid Milad 2021) का त्योहार मनाया जा रहा है. इस्लाम धर्म के लोग पैगंबर हजरत मोहम्मद के जन्मदिन को ईद-ए-मिलाद-उन-नबी या ईद-ए-मिलाद रूप में मनाते हैं. इसे मालविद के नाम से भी जानते हैं. इस्लामिक मान्यताओं के अनुसार, इस्लामिक कैलेंडर के तीसरे महीने यानी रबी-अल-अव्वल की 12वीं तारीख 571ई में पैंगबर साहब का जन्म हुआ था. कहते हैं कि रबी-उल-अव्वल के 12वें दिन ही मोहम्मद साहब का निधन भी हुआ था. ईद मिलाद उन-नबी को दुनियाभर में धूमधाम के साथ मनाया जाता है. दावत का आयोजन किया  जाता है.

ईद स्पेशल रेसिपीः (Eid Special Recipe)

इस्लाम धर्म में इस दिन को बहुत की खुशी के साथ मनाया जाता है. ईद मिलाद उन-नबी को दुनियाभर में धूमधाम के साथ मनाया जाता है. इस दिन खास तरह के पकवान बनाएं जाते हैं. परिवार और रिश्तेदारों के साथ मिलकर इस दिन को मनाया जाता है आप भी ईद-ए-मिलाद-उन-नबी के दिन इस खास रेसिपी को बना कर सेलिब्रेट कर सकते हैं. सेवई एक इंडियन डिज़र्ट है जो वर्मिसेली से बनाई जाती है. इसे दूध में पकाया जाता है और ढेर सारे ड्राई फ्रूट्स डाले जाते हैं. यह एक फेस्टिवल रेसिपी है जिसे खासतौर पर ईद के मौके पर बनाया जाता है. पूरी रेसिपी के लिए यहां क्लिक करें.

ईद मिलाद उन-नबी को दुनियाभर में धूमधाम के साथ मनाया जाता है.  

कौन थे मोहम्मद साहब और क्या थे उनके उपदेशः

माना जाता है कि पैगंबर मोहम्मद का जन्म अरब के रेगिस्तान के शहर मक्का में 571 ईस्वी में 12 तारीख को हुआ था. पैगंबर हजरत मोहम्मद का पूरा नाम मोहम्मद इब्र अब्दुल्लाह इब्र अब्दुल मुत्तलिब था. इनके वालिद का नाम अब्दुल्लाह और वालदा का नाम बीबी अमीना था. ऐसा कहा जाता है कि 610 ईसवीं में मक्का के पास हीरा नाम की गुफा में उन्हें ज्ञान की प्राप्ति हुई थी. वहीं बाद में मोहम्मद साहब ने इस्लाम धर्म की पवित्र किताब कुरान की शिक्षाओं का पालन और उपदेश दिया. माना जाता है कि हजरत मोहम्मद साहब का कहना था कि सबसे नेक इंसान वही है, जिसमें मानवता होती है. इसके अलावा उन्होंने कहा था कि जो ज्ञान का आदर करता है, वह मेरा सम्मान करता है. हजरत मोहम्मद का मानना था की शिक्षा के मुताबिक,भूखे को खाना दो, बीमार की देखभाल करो, अगर कोई गलती से बंदी बनाया गया है. तो उसे मुक्त करो, परेशानी में हर इंसान की मदद करो, भले ही वह मुसलमान हो या गैर मुस्लिम. 

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अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.
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