बाबा का ढाबा' की कहानी पिछले साल सबसे चर्चित विषयों में से एक रहा था. दिल्ली के मालवीय नगर में स्टॉल चलाने वाले बुजुर्ग दंपत्ति यूट्यूब ब्लॉगर गौरव वासन द्वारा एक वीडियो में उनकी दुर्दशा सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर वायरल हो गई. महामारी के दौरान उनके सड़क किनारे ढाबा पर उनकी थोड़ी कमाई ने उन्हें अत्यधिक संकट में डाल दिया, इस प्रकार इंटरनेट यूजरर्स को दान और मदद की व्यवस्था करने के लिए प्रेरित किया. इस पहल की सफलता तब स्पष्ट हुई जब 'बाबा का ढाबा' के मालिक कांता प्रसाद द्वारा एक नया रेस्तरां खोला गया. हालांकि, बुजुर्ग दंपति के इंटरनेट सेंसेशन बनने के बाद भी सब कुछ सुचारू रूप से नहीं चला.
हालांकि दान और मिली आर्थिक मदद में कांता प्रसाद ने दावा किया कि दान का विवरण उनके साथ साझा नहीं किया गया था. जिसके चलते वृद्ध ने नवंबर 2020 में धन की कथित हेराफेरी के लिए यूटयूबर गौरव वासन के खिलाफ पुलिस शिकायत दर्ज की थी. इसके बाद वासन ने अपने पूरे बैंक स्टेटमेंट को उनके द्वारा प्राप्त किए गए दान के सभी विवरणों के साथ साझा करने के लिए सोशल मीडिया का सहारा लिया.
12 जून को कांता प्रसाद का माफीनामा इंस्टाग्राम पर ऑनलाइन सामने आया था. उन्होंने हाथ जोड़कर वीडियो में कहा, "गौरव वासन, वो लड़का कोई चोर नहीं था, न हमें कभी चोर कहां है " जरा देखो तो:
यूट्यूबर गौरव वासन ने बुजुर्ग व्यक्ति की माफी को स्वीकार करने के लिए ट्विटर का सहारा लिया. यह कहते हुए कि उन दोनों के बीच सब ठीक था, उन्होंने लिखा, "सब कुछ अच्छा है जिसका अंत अच्छा होता है. गलती करने से बड़ा, गलती माफ करने वाला होता वह (मेरे मां बाप ने हमेशा यही सीख दी है) #BABAKADHABA।" एक नजर उनके ट्वीट पर:
इस ट्वीट को 31.4k से अधिक लाइक और 3.3k रीट्वीट की काउटिंग मिलते हुए वायरल हो गया है. ट्विटर यूजर्स ने वासन की इस मुद्दे को खत्म करने और इस कहानी का हैप्पी एंड करने लिए तारीफ की.
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