विश्व संगीत दिवस पर जेल में बंद जितेंद्र ने गाई कोरोना-मुक्ति की प्रार्थना, देखें Video

तिनका तिनका फाउंडेशन ने जिला जेल रोहतक में बंद जितेन्द्र की विश्व संगीत दिवस के मौके पर लिखी और गाई एक रागिनी देश के नाम समर्पित की है. कोरोना काल शीर्षक की यह रागिनी एक प्रार्थना है जिसमें देश के पहले जैसे खुशहाल और सेहतमंद होने की दुआ मांगी गई है

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वर्तिका नंदा की सशक्त पहल
नई दिल्ली:

तिनका तिनका फाउंडेशन ने जिला जेल रोहतक में बंद जितेन्द्र की विश्व संगीत दिवस के मौके पर लिखी और गाई एक रागिनी देश के नाम समर्पित की है. कोरोना काल शीर्षक की यह रागिनी एक प्रार्थना है जिसमें देश के पहले जैसे खुशहाल और सेहतमंद होने की दुआ मांगी गई है. रागिनी की प्रमुख पंक्तियां हैं- 'मनै मोड़ द्यों ने मेरा देश उसा कुछ साल पहला खुश था जिसा' (मुझे लौटा दो वैसा देश, कुछ साल पहले जैसा वो खुश था.

25 साल का जितेन्द्र पिछले पांच साल से रोहतक की जिला जेल में विचाराधीन बंदी है. इस रागिनी को उसने जेल में बैठकर लिखा और गाया है. यह पहला मौका है जब उसका लिखा कोई गाना किसी मंच पर साझा किया गया है. जितेन्द्र का चयन इसी हरियाणा जेल रेडियो में एक जॉकी के तौर पर हुआ था. वह इस जेल में तिनका रेडियो ज़ॉकी के लिए चुने गए पांच बंदियों में से एक है. उसका एक और साथी, सुभाष, भी इन दिनों बेहद प्रराणादायक रागिनियां लिख रहा है. विश्व संगीत दिवस पर तिनका फाउंडेशन की संस्थापक डॉ. वर्तिका नन्दा ने आज इस रागिनी को यूट्यूब पर पॉडकास्ट के मंच पर रिलीज किया है.

असल में यह प्रयोग हरियाणा में लाए जा रहे जेल रेडियो का एक हिस्सा है. हरियाणा जेल रेडियो 'तिनका तिनका फाउंडेशन' की संस्थापक डॉ. वर्तिका नन्दा की संकल्पना पर आधारित है उन्होंने ही इन जेलों में बंदियों का चयन और उन्हें प्रशिक्षण दिया है. हरियाणा में कुल 19 जेले हैं, जिनमें से 7 में रेडियो लाने का काम पूरा हो चुका है. 2020 से अब तक इन जेलों में ऑडीशन के बाद 47 बंदियों को रेडियो जॉकी की ट्रेनिंग दी गई है. प्रशिक्षण पूरा होने के बाद  राज्य के पहले जेल रेडियो का उद्घाटन पानीपत में हरियाणा के जेल मंत्री श्री रंजीत सिंह द्वारा किया गया. रोहतक जेल रेडियो उद्घाटन 29 अप्रैल को श्री राजीव अरोड़ा  आईएएस, अतिरिक्‍त मुख्‍य सचिव (गृह और जेल) और श्री के सेल्वराज, आईपीएस, जेल महानिदेशक, हरियाणा ने किया था.

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जितेंद्र के इस गाने को रिलीज करते हुए जेल के अधीक्षक सुनील सांगवान ने कहा, 'रेडियो में व्यस्त होने से बंदियों में काफी उत्साह देखा जा रहा है. उनके लिए यह रेडियो अपनी प्रतिभा को सामने लाने का अनूठा अवसर लाया है.' जेल सुधारक और हरियाणा की जेलों में रेडियो लाने की पहल करने वाली डॉ. वर्तिका नन्दा का कहना है 'जेल के रेडियो के जरिए तिनका तिनका जेलों में उम्मीदों के इंद्रधनुष बनाने की कोशिश कर रहा है. यह पॉडकास्ट इंद्रधनुष का एक प्रमुख रंग है. अभी कुछ दिन पहले अंबाला जेल से शुरू का गाना भी बहुत पसंद किया गया था. हम जेल रेडियो के जरिए बंदियों की प्रतिभा को निखारने के साथ ही स्थानीय भाषा और बोलियों को भी बढ़ावा जेना चाहते हैं.'

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तिनका तिनका फाउंडेशन ने पिछले महीने ही अम्बाला की सेंट्रल जेल के बंदी शेरू का गाना रिलीज़ किया था, जिसे केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्ष वर्धन ने अपने विभिन्न सोशल मीडिया अकाउंट्स पर शेयर किया था. वर्तिका नन्दा के बारे में बताएं तो वर्तिका नन्दा जेल सुधारक हैं और तिनका तिनका भारतीय जेलों पर उनकी श्रृंखला है. 2019 में उन्होंने देश की सबसे पुरानी जेल इमारत में बनी जिला जेल, आगरा में रेडियो शुरु किया था. 2014  में भारत के राष्ट्रपति से स्त्री शक्ति पुरस्कार से सम्मानित हो चुकी हैं. जेलों पर उनके काम को दो बार लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में भी जगह मिली है. वर्तमान में वे दिल्ली विश्वविद्यालय के लेडी श्रीराम कॉलेज के पत्रकारिता विभाग की प्रमुख हैं.

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