Shri yantra puja method : माता लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए लोग क्या-क्या नहीं करते. पूरे विधि विधान से पूजा आराधना करने के साथ-साथ तमाम तरीके अपनाते हैं, जिससे मां लक्ष्मी खुश हो जाएं. ऐसे में आज हम आपको एक ऐसे यंत्र के बारे में बताने जा रहे हैं जो मां लक्ष्मी का बेहद प्रिय यंत्र है. यह कई धातुओं में आसानी से मिल जाता है. अगर आप इसे घर पर स्थापित कर रहे हैं तो यह बहुत जरूरी है कि इसकी सही तरीके से पूजा करें. आचार्य सतीश के ब्लॉग से मिली जानकारी के मुताबिक आपको बताते हैं श्री यंत्र की पूजा करने का क्या है सही तरीका.
श्री यंत्र
आपने श्री यंत्र के बारे में तो जरूर सुना होगा, लेकिन आज हम आपको इस यंत्र से जुड़ी तमाम जानकारी दे रहे हैं. आपको बता दें कि श्री यंत्र देवी लक्ष्मी का सबसे अधिक प्रिय है. श्री यंत्र कि पूजा करने से देवी लक्ष्मी की कृपा उनके भक्तों पर बनी रहती है. यह यंत्र रेखा और बिंदुओं के कोण से बनता है.
स्नान करें
अगर आपने घर पर यंत्र की स्थापना की है तो उसकी पूजा करने से पहले सुबह उठकर स्नान जरूर करें. स्नान करने के बाद साफ-सुथरे कपड़े धारण कर श्री यंत्र के पूजा की तैयारी करें.
इस तरह स्थापित करें श्री यंत्र
श्री यंत्र को स्थापित करने के लिए लाल रंग का साफ कपड़ा बिछाएं और गंगाजल और दूध से स्नान कराएं. एक बार श्रीयंत्र स्थापित हो जाए तो उसे घर के मंदिर तिजोरी या फिर ऑफिस में आप कहीं भी रख सकते हैं.
पंचामृत से श्री यंत्र को कराएं स्नान
जब आप यंत्र की पूजा कर रहे हों उस दौरान यंत्र को पंचामृत में स्नान कराएं..स्नान कराने के बाद लाल फूल, लाल चंदन और चावल चढ़ाएं. इसके अलावा यंत्र पर लाल चुनरी भी चढ़ाएं.
आरती करें
स्नान कराने के बाद श्री यंत्र की पूरे विधि विधान से आरती करें. इस दौरान आप लक्ष्मी मां का मंत्र, दुर्गा सप्तशती का पाठ कर सकते हैं. इसके साथ ही यंत्र की आरती करें.
मंत्र का जाप करें
श्री यंत्र के सामने खड़े होकर आप "ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं नमः" और "ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलाये प्रसीद प्रसीद श्रीं ही श्रीं ओम महालक्ष्म्यै नमः" का जाप कर सकते हैं. यह जाप करना शुभ माना जाता है.
यंत्र की पूजा करने से आर्थिक संकट होते हैं दूर
देवी लक्ष्मी का श्री यंत्र सर्वाधिक और महान फल देने वाला माना जाता है. कहते हैं इसकी विधि विधान से पूजा की जाए तो आर्थिक संकट दूर होते हैं.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)