Sawan 2021 : सावन का महीना चल रहा है. ऐसे में तमाम शिव भक्त पूरी श्रद्धा से अपने आराध्य की भक्ति में लीन है. सावन के सोमवार को बड़ी संख्या में मंदिरों और शिवालयों में श्रद्धालु उमड़ रहे हैं. हालांकि कोरोना काल के चलते कई भक्त ऐसे भी हैं जो घरों में रहकर ही शिव आराधना में लीन है. शिव पूजन के दौरान उन्हें पुष्प अर्पित किए जाने का भी खासा महत्व है. ऐसे में ये सवाल काफी अहम्है कि भोलेनाथ को पूजा में कौन से पुष्प अर्पित किए जाए. आज हम आपको बताएंगे की शंकर भगवान को कौन सा पुष्प कब अर्पित किया जाना चाहिए.
कमल का फूल
माना जाता है कि भगवान शिव को कमल का फूल काफी प्रिय है खासतौर पर जो लोग धन-संपदा और समृद्धि की कामना लेकर शिव आराधना कर रहे हैं उन्हें भोलेनाथ को कमल का पुष्प अर्पित करना चाहिए. इसके अलावा शंखपुष्पी और बिल्वपत्र को चढ़ाने से भी धन-संपदा और समृद्धि प्राप्त होती है.
चमेली का फूल
चमेली का सफेद फूल भी भोलेनाथ को अत्यंत प्रिय है. मान्यता है कि चमेली का फूल अर्पित करने से धन, धान्य और वाहन सुख जैसी कृपा भोलेनाथ करते हैं.
बेला का फूल
कई लोग शादी-विवाह, अच्छे जीवनसाथी की मनोकामना के साथ भगवान शिव की पूजा करते हैं. कहा जाता है कि भगवान शिव को बेला का फूल अर्पित करने से वांछित फल की प्राप्ति होती है. विवाह संबंध इत्यादि में आ रही रुकावटें भी दूर होती हैं.
आंकडे व कनेर का फूल
कई लोग लोक-परलोक सुधारने व मोक्ष प्राप्ति की मनोकामना लिए भगवान शिव की पूजा करते हैं. ऐसे पूजन के लिए आंकड़े व कनेर का फूल सर्वोतम माना गया है. मान्यता है कि लाल या सफेद आंकड़े का पुष्प अर्पित करने से जल्द ही भगवान भोलेनाथ की कृपा होती है.
धतूरे का फूल
संतान प्राप्ति की मनोकामना लिए शिव पूजन करने वालों के लिए धतूरे का फूल श्रेष्ठ है. मान्यता है कि इसे अर्पित करने से न केवल संतान प्राप्ति होती है, बल्कि ये संतान कुल का नाम भी रोशन करती है.
गेंदा फूल
अगर आपको ये बताए गए फूल नहीं मिल रहे हैं. तो आप भगवान शिव की पूजा में गेंदा फूल भी चढ़ा सकते हैं. कहते हैं शिव भगवान बहुत भोले हैं. वह किसी भी फूल से खुश हो जाते हैं.
इसके अलावा गेंदा, जूही, हरसिंगार, पारिजात, गुड़हल और गुलाब के फूल भी भगवान शिव को काफी प्रिय माने जाते हैं.