Vikata Sankashti Chaturthi 2021: आज विकट संकष्टी चतुर्थी (Vikata Sankashti Chaturthi) है. जिसका अर्थ है संकट को हरने वाली चतुर्थी. संकष्टी चतुर्थी का व्रत भगवान गणेश को समर्पित है. संकष्टी चतुर्थी को सबसे शुभ दिनों में से एक माना जाता है और किंवदंतियों के अनुसार, इस दिन भगवान शिव ने घोषणा की थी कि उनके पुत्र गणेश सभी देवताओं में श्रेष्ठ हैं. विकास संकष्टी चतुर्थी भगवान गणेश के भक्तों के लिए सबसे बड़े दिनों में से एक है. इस दिन भगवान गणेश जी (Ganesha) का पूजन किया जाता है. साथ ही गौरी पुत्र गणेश जी के लिए व्रत रखा जाता है.
पूजा- पाठ पूरे विधि विधान से किया जाता है. हर महीने दो बार चतुर्थी (Ganesh Chaturthi) मनाई जाती है. पूर्णिमा के बाद आने वाली चतुर्थी को संकष्टी चतुर्थी (Sankashti Chaturthi) कहा जाता है.
विकट संकष्टी चतुर्थी तिथि और मुहूर्त
चतुर्थी तिथि प्रारंभ: 29 अप्रैल 2021 को रात 10:09 बजे से
चतुर्थी तिथि समाप्त: 30 अप्रैल 2021 को शाम 07:09 बजे
चन्द्रोदय का समय – रात 10 बजकर 48 मिनट
संकष्टी चतुर्थी का महत्व
संकष्टी चतुर्थी का अर्थ है संकट को हरने वाली चतुर्थी. इस दिन सभी दुखों को खत्म करने वाले गणेश जी का पूजन और व्रत किया जाता है. मान्यता है कि जो कोई भी पूरे विधि-विधान से पूजा-पाठ करता है उसके सभी दुख दूर हो जाते हैं. बता दें, संस्कृत में, संकष्टी का अर्थ है बाधाओं और कुछ भी बुराई का सफाया करना है. जीवन में सुख समृद्धि लाने के लिए लोग संकष्टी चतुर्थी व्रत का पालन करते हैं.