भगवान अयप्पा के प्रसिद्ध मंदिर को वार्षिक मंडल-मकरविलक्कू तीर्थयात्रा के लिए खोल दिया गया है और इसके साथ ही केरल सरकार द्वारा दर्शन के लिए और अधिक श्रद्धालुओं की अनुमति दिए जाने के बाद अब भारी संख्या में श्रद्धालुओं के आने की संभावना है. देवस्वओम मंत्री के. सुरेंद्रन ने कहा, कि नए निर्णय के अनुसार कार्य दिवसों पर अधिकतम दो हजार श्रद्धालुओं को दर्शन की अनुमति दी जाएगी तथा शनिवार और रविवार को तीन हजार श्रद्धालुओं को अनुमति दी जाएगी. इससे पहले कार्य दिवसों पर एक हजार तथा सप्ताहांत पर दो हजार श्रद्धालुओं को आने की अनुमति थी.
तीर्थयात्रा के दौरान प्रतिदिन 1000 श्रद्धालु कर सकेंगे अयप्पा मंदिर के दर्शन
सुरेंद्रन ने एक वक्तव्य में कहा, “सबरीमला मंदिर में और अधिक श्रद्धालुओं को आने की अनुमति देने का निर्णय लिया गया है. बुकिंग की पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन माध्यम से होगी.” मंत्री ने कहा, कि तीर्थयात्री वेबसाइट के माध्यम से आज से ही दर्शन के लिए बुकिंग करा सकते हैं. उन्होंने कहा, कि पूरी तीर्थयात्रा कोविड-19 के दिशा निर्देशों का पालन करते हुए आयोजित की जाएगी. उन्होंने कहा, कि नीलक्कल आधार शिविर पर पहुंचने से पहले श्रद्धालुओं को पिछले चौबीस घंटे में कराई गई कोरोना वायरस जांच का ‘निगेटिव' प्रमाण पत्र प्रस्तुत करना होगा. श्रद्धालुओं के लिए नीलक्कल पर जांच की सुविधा उपलब्ध कराई गई है. मंत्री ने कहा, कि तीर्थयात्री किसी भी सरकारी या निजी जांच केंद्र पर भी जांच करवा सकते हैं.
पूजा के लिए खोला गया सबरीमला मंदिर, लेकिन श्रद्धालुओं के प्रवेश पर रहेगी पाबंदी