Lord Hanuman: मंगलवार के दिन को भगवान हनुमान को समर्पित किया गया है और इसे उनका ही दिन कहा जाता है. आपने देखा होगा कि मंगलवार के दिन अधिकतर भक्त हनुमान जी को दूध से बनी मिठाइयों की बजाय बूंदी का भोग लगाते हैं और प्रसाद (Hanuman Prasad) में भी बूंदी ही बांटते हैं. आपने हमेशा से ये होता हुआ देखा होगा लेकिन क्या कभी आपके मन में यह प्रश्न कौंधा है कि इसके पीछे का कारण क्या है. कारण से पहले यह भी जान लीजिए कि माना जाता है कि बूंदी का प्रसाद चढ़ाने से हनुमान जी अत्यधिक प्रसन्न होते हैं और साथ ही सभी मनोकामनाएं भी पूरी करते हैं.
इसलिए चढ़ाई जाती है हनुमान भगवान को बूंदी | This is why boondi is offered to Lord Hanuman
असल में मान्यता है कि दूध चंद्रमा का कारक होता है. मंगलवार (Tuesday) का दिन हनुमान जी का माना जाता है और कहा जाता है कि चंद्रमा और मंगल एक-दूसरे के विरोधी होते हैं. इसी के चलते हनुमान जी को दूध या दूध से बनी मिठाइयों का भोग नहीं लगाया जाता.
दूध से बनी मिठाइयों को छोड़ दिया जाए तो बूंदी के अलावा बेसन के लड्डू, मालपुआ और इमरती आदि भी भोग में चढ़ाए जाते हैं. कहा जाता है कि हनुमान जी बूंदी के लड्डू (Boondi ke Laddu) से प्रसन्न होते हैं और उन्हें बूंदी के लड्डू या बूंदी चढ़ाकर आप मंगल ही नहीं बल्कि सभी ग्रहों को प्रसन्न कर सकते हैं. प्रसाद को सबसे अच्छा तब माना जाता है जब वह शुद्ध देसी घी में बना हो.
हनुमान जी को खुश करने के लिए यह भी मान्यता है कि उनकी पूजा सदा शुद्ध और पवित्र मन-भाव के साथ की जानी चाहिए. व्यक्ति के मन में जरा भी छल-कपट हो तो वह हनुमान जी को प्रसन्न करने की बजाय क्रोधित भी कर सकता गई.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)