Shivling Puja Vidhi: हिंदू धर्म में भगवान शिव (Lord Shiv) की पूजा के लिए अलग-अलग पूजा का विधान बताया गया है. प्रत्येक पूजा विधि का विशेष महत्व माना जाता है. कुछ भक्त भगवान शिव को सिर्फ जल अर्पित करके प्रसन्न करना चाहते हैं तो कुछ व्रत रखकर भोलेनाथ (Bholenath) को प्रसन्न करने की कोशिश करते हैं. मान्यता है कि शिवलिंग (Shivling) पर दुग्धाभिषेक, जलाभिषेक, गंगाजल से अभिषेक और बेलपत्र (Belpatra) चढ़ाकर भी भगवान शिव की कृपा पाई जा सकती है. इसके अलावा मान्यता है कि संकल्प लेकर नियम के मुताबिक भगवान शिव की पूजा (Shiv Ki Puja) करने से व्यक्ति की प्रत्येक इच्छा पूरी हो सकती है. वहीं सुख-समृद्धि के लिए भी शिवलिंग से जुड़े कुछ उपाय बताए गए हैं. आइए जानते हैं इस बारे में.
मान्यतानुसार क्या हैं शिवलिंग से जुड़े उपाय?
मनवांछित फल की प्राप्ति के लिए नियमित रूप से भगवान शिव की उपासना की सलाह दी जाती है. कहा जाता है कि निश्चित समय पर नियमित रूप से शिवजी की उपासना करने पर विशेष फल की प्राप्ति होती है.
आर्थिक परेशानी दूर करने के लिए
मान्यतानुसार आर्थिक समस्या को दूर करने के लिए प्रदोष काल में शिवलिंग के पास दीपक जलाया जाता है. ऐसा नियमित रूप से 41 दिन तक करना होता है. कहा जाता है कि शुद्ध हृदय के प्रदोष काल में शिवलिंग के समक्ष घी का दीपक जलाने से आर्थिक समस्याओं से मुक्ति मिल सकती है.
व्यक्तिगत समस्या से छुटकारा पाने के लिए
धार्मिक मान्यता है कि भोलेनाथ बेहद दयालु हैं. कहा जाता है कि जो व्यक्ति सच्चे मन से शिवलिंग पर बेलपत्र, भांग, धतूरा, दूध और जल अर्पित करता है, उसे व्यक्तिगत समस्या से जल्द की छुटकारा मिल जाता है.
पितृ दोष से छुटकारा पाने के लिए
मान्यता है कि पितृ दोष के कारण जीवन में अनेक प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ता है. ऐसे में पितृ दोष से छुटकारा पाने के लिए शिवलिंग की पूजा उत्तम मानी जाती है. कहा जाता है कि सोमवार को शिवलिंग पर काले तिल और अक्षत अर्पित करने और इसका दान करने से पितृ दोष से मुक्ति मिलती है.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)