Sai Baba Vrat Vidhi: शिरडी वाले साईं बाबा (Shirdi Sai Baba) की पूजा गुरुवार (Guruvar) को विशेष रूप से की जाती है. मान्यता है कि इस दिन साईं बाबा (Sai Baba) की पूजा बेहद शुभ होती है. इसके अलावा साईं के भक्त इस दिन व्रत भी रखते हैं और विधि-विधान से उनकी पूजा करते हैं. मान्यता है कि गुरुवार के दिन साईं बाबा की पूजा (Sai Baba Puja) में कुछ बातों का विशेष ध्यान रखा जाता है. आइए जानते हैं कि गुरुवार के दिन साईं बाबा के नाम का व्रत (Sai Baba Vrat) किस प्रकार रखा जाता है.
किस तरह रखा जाता है साईं बाबा का व्रत? (Sai Baba Vrat Vidhi)
-कहा जाता है कि साईं बाबा के नाम का व्रत एक बार शुरू करने के बाद लगातार 9 गुरुवार तक किया जाना चाहिए.
-साईं बाबा का व्रत रखने के लिए व्रत वाले दिन सुबह सवेरे उठकर स्नान के बाद साईं बाबा मूर्ति या तस्वीर की पूजा की जाती है. इसके लिए पूजा के समय बाबा की मूर्ति या फोटे के नीचे पीले रंग का वस्त्र बिछाया जाता है. इसके बाद तस्वीर या मूर्ति पर पीले फूलों को माला चढ़ाई जाती है.
-मू्र्ति के समक्ष घी का दीपक जलाया जाता है. साईं बाबा का ध्यान करके व्रत की कथा पढ़ी जाती है.
-साईं बाबा की पूजा में भोग के लिए बेसन की लड्डू या फिर दूध से बनी मिठाईयों का इस्तेमाल किया जाता है. भोग लगाने के बाद उसे प्रसाद के रूप में घर के सभी सदस्यों के बीच बांटा जाता है.
-मान्यता है कि साईं बाबा के व्रत में भूखे नहीं करना चाहिए. कहा जाता है कि इस व्रत को फलाहार ग्रहण के बाद भी किया जा सकता है.
-मान्यता है कि साईं बाबा को पालक बेहद पसंद है. इसलिए ऐसा कहा जाता है कि गुरुवार के दिन साईं बाबा को पालक चढ़ाना चाहिए.
-साईं बाबा को खिचड़ी का भोग भी लगाया जाता है. इसके अलावा इन्हें नारियल का भोग भी लगाया जाता है.
-कहा जाता है कि साईं बाबा का व्रत किसी भी जाति-धर्म के लोग कर सकते हैं. इसके अलावा साईं बाबा का व्रत महिला और पुरुष दोनों रख सकते हैं.
-गुरुवार के दिन साईं बाबा का व्रत पूरा होने के बाद गरीब और असहाय लोगों को भोजन कराया जाता है. ऐसा करना अच्छा माना जाता है. कहा जाता है कि इससे साईं बाबा की विशेष कृपा प्राप्त होती है.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)