Raksha Bandhan 2022: सावन मास की पू्र्णिमा के दिन रक्षा बंधन (Raksha Bandhan) का त्योहार मनाया जाता है. इस दिन बहनें अपने भाई की कलाई पर राखी बांधती हैं और उनके कुशलता की कामना करती हैं. साथ ही इसके बदले में भाई भी अपनी बहन को रक्षा का वचन देता है. इस साल रक्षा बंधन 11 अगस्त 2022, गुरुवार को मनाया जाएगा. रक्षा बंधन के दिन राखी (Rakhi 2022) बांधने की परंपरा वैदिक काल से चली आ रही है. पुराने जमाने में राखी रेशम के धागे की बनी होती थी, लेकिन वक्त के साथ इनमें भी फैशन का रंग चढ़ गया है. इन दिनों बाजार में रंग-बिरंगी फैन्सी और महंगी राखियां उपलब्ध है. बहनें, रक्षा बंधन (Raksha Bandhan Date and Time) के अवसर पर अपने भाई के लिए सुंदर दिखने वाली राखी खरीदती हैं. राखी खरीदते वक्त कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना बेहद जरूरी होता है. नहीं तो इसका अशुभ प्रभाव पड़ सकता है. रक्षा बंधन पर्व के लिए राखी खरीदते वक्त किन बातों का ध्यान रखना चाहिए, इसके बारे में जानते हैं.
राखी खरीदते वक्त रखें इन बातों का विशेष ध्यान
आजकल बाजार में कई फैंसी राखियां उपलब्ध हैं. ऐसे में राखी (Rskhi) खरीदते वक्त इस बात का विशेष ध्यान रखें कि उस पर किसी प्रकार का अशुभ चिह्न अंकित ना हो. अशुभ चिह्नों वाली राखियां ना तो खरीदें और ना ही अपने भाई की कलाई पर बांधें.
Raksha Bandhan 2022: रक्षा बंधन पर सौभाग्य और आयुष्मान योग में बांधे राखी, जानें उत्तम मुहूर्त
बाजार में देवी-देवताओं की तस्वीर वाली राखियां भी मिलती हैं. ध्यान रहे कि इस तरह की राखियां भाई की कलाई पर नां बांधें. दरअसल ये राखियां कुछ दिनों तक कलाई पर बंधी हुई रहती हैं. भोजन या शौच के क्रम में यह अपवित्र हो जाती हैं और कहीं गिर भी सकती हैं. ऐसे में इन दोनों परिस्थितियों में भगवान का अपमान होता है. इसलिए इस बात का ध्यान रखें.
जल्दबाजी में कई बार ऐसा भी होता है कि खंडित राखी खरीदी जाती है. अगर भूलवश ऐसी राखी आ जाए तो उसे भाई की कालाई पर ना बांधें. सनातन धर्म में शुभ कार्यों के दौरान खंडित वस्तुओं का उपयोग नहीं किया जाता है.
रक्षा बंधन (Raksha Bandhan Date 2022) के दिन बहनें अपने भाई की कलाई पर राखी बांधकर उनके सुख-समृद्धि की कामना करती हैं. ऐसे में इस पवित्र पर्व पर काले रंग की राखी भाई की कलाई पर भूल से भी ना बांधे. इसके साथ ही जिस राखी में काले धागे का इस्तेमाल हुआ हो, वैसी राखियां भी भाई की कलाई पर नहीं बांधनी चाहिए. दरअसल काला रंग नकारात्मकता का प्रतीक माना जाता है. इसलिए शुभ कार्यों में इस रंग का प्रयोग निषेध माना जाता है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)