Mundan Muhurat in 2025: हिंदू धर्म मनुष्य के जीवन के 16 संस्कार माने गए हैं. इनमें मुंडन या चूड़ाकरण संस्कार भी शामिल है. इसे बच्चे के जीवन का महत्वपूर्ण संस्कार माना जाता है. मुंडन संस्कार में बच्चे के जन्म के बालों को उतार दिया जाता है. मान्यता है कि मुंडन संस्कार बच्चे की शारीरिक और आध्यात्मिक शुद्धि के लिए किया (Mundan Kyo karaya Jata Hai ) जाता है. इस संस्कार में नवजात शिशु के जन्म के बाद पहली बार बाल उतारने की परंपरा है, जिसे धार्मिक और वैज्ञानिक दृष्टिकोण से अत्यंत पवित्र माना जाता है. हिंदू धर्म में हर शुभ कार्य के लिए विशेष मुहूर्त का विचार किया जाता है. मुंडन संस्कार के लिए भी मुहूर्त पर विचार करना जरूरी होता है. बच्चे के मुंडन के लिए शुभ मुहूर्त का निर्धारण उसकी जन्म कुंडली, नक्षत्र और अन्य ज्योतिष गणनाओं के आधार पर किया जाता है, लेकिन कुछ ऐसी तिथियां होती हैं जिनमें नवजात बच्चों का मुंडन कराना अत्यंत शुभ माना जाता है. आइए जानते हैं कब किया जाता है नवजात का मुंडन संस्कार (Kab kiya Jata Hai Mundan ) और वर्ष 2025 में मुंडन संस्कार के शुभ मुहूर्त (2025 Me Mundan Ke Muhurat) की पूरी लिस्ट.
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कब किया जाता है नवजात का मुंडन संस्कार (Time of Mundan ceremony of a newborn)
आमतौर पर बच्चों का मुंडन संस्कार 1 से 3 वर्ष की आयु के बीच कराना सबसे ज्यादा अच्छा माना जाता है. ज्योतिष के विचार से मुंडन संस्कार विषम संख्या के वर्षों में करना ज्यादा फलदाई होता है. यदि बच्चे का मुंडन किसी कारण से 3 वर्ष की उम्र तक नहीं करवा पाते हैं तो यह संस्कार 5 या 7 वर्ष की उम्र में करवाना चाहिए. यदि शुभ दिनों की बात करें तो मंगलवार, शनिवार और अमावस्या तिथि के दिन मुंडन करने से बचना चाहिए.
वर्ष 2025 में मुंडन के शुभ मुहूर्त (Auspicious time for Mundan in 2025)
23 अप्रैल बुधवार को प्रातः 5 बजकर 48 मिनट से 24 अप्रैल गुरुवार प्रातः 5 बजकर 48 बजे तक
24 अप्रैल गुरुवार को प्रातः 5 बजकर 47 मिनट से 10 बजकर 50 मिनट तक
मई से जुलाई माह तकक मुंडन संस्कार के शुभ मुहूर्त
मई में मुंडन संस्कार के लिए 14, 15, 19, 28, 29 और 30 मई की तिथियां शुभ हैं. वहीं जून में 6, 11, 260 27 भी कुछ शुभ तिथियां हैं.
- 14 मई, बुधवार 11 बजकर 47 मिनट से 15 मई, प्रातः 5 बजकर 31 मिनट तक
- 15 मई, गुरुवार को प्रातः 5 बजकर 31 मिनट से दोपहर 2 बजकर 8 मिनट तक
- 19 मई , सोमवार प्रातः 06 बजकर 14 मिनट से 20 मई प्रातः 05 बजकर 28 मिनट तक
- बुधवार 28 मई को प्रातः 5 बजकर 24 मिनट से 29 मई दोपहर 12 बजकर 30 मिनट तक
- गुरुवार 29 मई को रात्रि 10 बजकर 38 मिनट से 11 बजकर 18 मिनट तक
- 30 मई, शुक्रवार रात्रि 9 बजकर 23 मिनट से 31 मई प्रातः 5 बजकर 45 मिनट तक
- 6 जून, शुक्रवार को प्रातः 6 बजकर 34 मिनट से 7 जून प्रातः 4 बजकर 50 मिनट तक
- 11 जून, बुधवार को प्रातः 5 बजकर 22 मिनट से दोपहर 1 बजकर 15 मिनट तक
- 16 जून, सोमवार को प्रातः 5 बजकर 22 मिनट से दोपहर 3 बजकर 34 मिनट तक
- 26 जून, गुरुवार प्रातः 01 बजकर 27 मिनट से 27 जून प्रातः 5 बजकर 24 मिनट तक
- शुक्रवार 27 जून को प्रातः 5 बजकर 25 मिनट से 28 जून प्रातः 5 बजकर 25 मिनट तक
- बुधवार 2 जुलाई को प्रातः 11 बजकर 7 मिनट से 11 बजकर 59 मिनट तक
- शुक्रवार 4 जुलाई को शाम 4 बजकर 33 मिनट से 5 जुलाई प्रातः 5 बजकर 27 मिनट तक
अगस्त से दिसंबर तक नहीं हैं मुंडन के शुभ मुहूर्त
ज्योतिष शास्त्र की मानें तो इस वर्ष अगस्त से दिसंबर के बीच मुंडन संस्कार के लिए विशेष शुभ मुहूर्त नहीं है. इस दौरान पंचांग और नक्षत्रों की स्थिति मुंडन के लिए अनुकूल नहीं है जिसके कारण इस अवधि में मुंडन संस्कार से बचने की सलाह दी जाती है। हालांकि, कुछ लोग शारदीय नवरात्रि के दौरान भी मुंडन संस्कार करवाते हैं.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.