Muharram 2022: इस्लामिक कैलेंडर के अनुसार, मुहर्रम महीने की शुरुआत 31 जुलाई से हुई थी, इसलिए आशूरा 09 अगस्त को यानी आज है. भारत के अलावा पाकिस्तान और बांग्लादेश में भी आशूरा आज ही है. ऐसे में मुहर्रम का पर्व 09 अगस्त 2022 को यानी आज ही मनाया जा रहा है. इस पर्व के दिन मुस्लिम समुदाय के लोग हजरत इमाम हुसैन को याद करते हुए मातम मनाते हैं. इसके साथ ही आशूरा के दिन शिया समुदाय के लोग ताजिया निकालते हैं. ऐसे में मुहर्रम पर्व पर आप भी अपने दोस्तों, रिश्तेदारों को मैसेज, कोट्स शेयर कर सकते हैं.
वो जिसने अपने नाना का वादा वफ़ा कर
दिया घर का घर सुपर्द-ए-खुदा कर दिया
नोश कर लिया जिसने शहादत का जाम
उस हुसैन इब्ने-अली पर लाखों सलाम!!!
सजदे से करबला को बंदगी मिल गयी
सब्र से उम्मत को ज़िन्दगी मिल गयी
एक चमन फातिमा का उजड़ामगर सारे
इस्लाम को ज़िन्दगी मिल गयी!!!
यूँ ही नहीं जहाँ में चर्चा हुसैन का
कुछ देख के हुआ था जमाना हुसैन का
सर दे के जो जहाँ की हुकूमत खरीद ली
महँगा पड़ा याजिद को सौदा हुसैन का!!!
करबला को करबला के शहंशाह पर नाज है
उस नवासे पर मोहम्मद को नाज़ है यूँ तो
लाखों सर झुके सजदे में लेकिन हुसैन ने वो
सजदा किया जिस पर खुदा को नाज़ है!!!
दिन रोता है रात रोती है दिन रोता
है रात रोती है हर मोमिन की जात रोती
है जब भी आता है मुहर्रम का महिना खुदा
की कसम ग़म-ए-हुसैन सारी कायनात रोती है!!!
कौन भूलेगा वो सजदा हुसैन का खंजरों
तले भी सर झुका ना था हुसैन का मिट
गयी नसल ए याजिद करबला की ख़ाक में
क़यामत तक रहेगा ज़माना हुसैन का!!!
एक दिन बड़े गुरुर से कहने लगी ज़मीन
आया मेरे नसीब में परचम हुसैन का फिर
चाँद ने कहा मेरे सीने के दाग देख होता है
आसमान पे भी मातम हुसैन का!!!
मुहर्रम को याद करो वो कुर्बानी
जो सिखा गया सही अर्थ इस्लामी
ना डिगा वो हौसलों से अपने
काटकर सर सिखाई असल जिंदगानी!!!
जन्नत की आरजू में कहां जा रहे हैं लोग
जन्नत तो करबाला में खरीदी हुसैन ने
दुनिया-ओ-आंखिरत में जो रहना हो चैन से
जीना अलि से सीखो मरना हुसैन से!!!
यूं ही नहीं चर्चा हुसैन का कुछ देख के हुआ था
जमाना हुसैन का सर दे के दो जहां की हुकूमत खरीद
ली महंगा पड़ा यजीद को सौदा हुसैन का!!!
करीब अल्लाह के आओ तो कोई बात
बने इमान फिर से जगाओ तो कोई बात
बने लहू जो बह गया कर्बाला में उसके
मकसद को समझो तो कोई बात बने!!!
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)