Menga Mandir: भगवान शिव के 28वें अवतार लकुलीश के मंदिर पहुंचे Kiren Rijiju

कई सौ साल पुराना पहाड़ काटकर बनाया गया ये मंदिर भगवान लकुलीश (Lakulish) को समर्पित है. भगवान लकुलीश को स्वयं भगवान शिव का 28वां अवतार माना जाता है. आज (शनिवार) केंद्रीय कानून मंत्री किरेन रिजिजू ने भी भगवान भोलेनाथ के दर्शन के लिए मेगना मंदिर का दौरा किया.

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Menga Mandir: सबसे खूबसूरत और धार्मिक स्थल, जहां घूमने पहुंचे Kiren Rijiju
नई दिल्ली:

अरुणाचल प्रदेश प्राकृतिक खूबसूरती से भरा हुआ है. वहीं यहां कई ऐसे पर्यटन स्थल हैं, जो आपको प्रकृति के नजदीक और शहरी शोर-शराबे से दूर मन को शांति का अनुभव कराते हैं. ऐसा ही एक धार्मिक स्थल है मेगना मंदिर (Menga Mandir), जो भगवान शिव को समर्पित है. अगर आप धार्मिक स्थल घूमने के शौकीन हैं और वैली का लुत्फ उठाना चाहते हैं तो मेगना मंदिर (Menga Mandir) का प्लान बना सकते हैं. ये स्थल जीरो वैली (Ziro Valley) के काफी नजदीक स्थित है. बता दें कि आज (शनिवार) केंद्रीय कानून मंत्री किरेन रिजिजू ने (Kiren Rijiju) भी भगवान भोलेनाथ के दर्शन के लिए मेगना मंदिर का दौरा किया.

मेगना मंदिर (Menga Mandir) घूमने पहुंचे केंद्रीय कानून मंत्री किरेन रिजिजू ने (Kiren Rijiju) ने आज (शनिवार)  'कू' (Koo App) पर लिखा, 'लोकप्रिय मेगना मंदिर (Popular Mega Mandir) का दौरा किया, जो भगवान शिव को समर्पित है. गुफा और गहरी सुरंग हैरान करने वाली और लुभावनी है!'

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भगवान शिव को समर्पित है मंदिर

कैलाश नाथ भगवान भोलनाथ को समर्पित मेगना मंदिर (Menga Mandir) जीरो वैली (Ziro Valley) के काफी नजदीक स्थित है. इस मंदिर तक पहुंचने के लिए आपको कई सीढ़ियां चढ़नी होंगी, जिसमें करीब 10 मिनट का समय लगेगा. हालांकि, जब आप समुद्र तल से 3000 फीट की ऊंचाई पर स्थित इस 5000 साल पुराने मंदिर और आस-पास की खूबसूरत वादियों को देखेंगे, तो पूरी थकान दूर हो जाएगी.

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भगवान लकुलीश (शिव) का मंदिर

ये है अरुणांचल प्रदेश की जीरो वैली का मेगना मंदिर. बताया जाता है कि ये मंदिर 5000 साल पुराना पहाड़ काटकर बनाया गया है. भगवान लकुलीश (Lakulish) को ये मंदिर समर्पित है. भगवान लकुलीश को स्वयं भगवान शिव का 28वां अवतार माना जाता है. माना गया है कि उन्होंने एक ब्रह्मचारी के रूप में अवतार लिया था, इसका प्रमाणिक उल्लेख काली पुराण में मिलता है. भगवान शिव को सबसे श्रेष्ठ माना गया है. उनको देवों का देव महादेव कहा जाता है.

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प्रकृति का अनमोल तोहफा

श्रद्धालुओं द्वारा पूजा के लिए यात्रा करने का यह एक सुंदर और धार्मिक स्थान है. माना जाता है कि ये प्राचीन मंदिर 1962 में खोजा गया था. यह सुरंगों के साथ से लगा एक मंदिर है. अंदर की ओर सुरंग का इंटीरियर धीरे-धीरे गहरा और संकरा होता जाता है. ये स्थल घने पहाड़, सदाबहार पेड़-पौधों और तेजी से बहती नदियों का एक अद्भुत नजारा है. फरवरी के दौरान महा शिवरात्रि पर यहां एक भव्य उत्सव की व्यवस्था की जाती है. इस दौरान यहां कई श्रद्धालुओं का जमावड़ा लग रहता है.

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खूबसूरत डेस्टिनेशन्स में से एक है जीरो वैली

बात करें जीरो वैली (Ziro Valley)की तो अरुणाचल प्रदेश के लोअर सुबनसिरी जिले में समुद्रतल से 5600 फीट की ऊंचाई पर स्थित जीरो घाटी दुनिया के कुछ उन मुट्ठीभर ठिकानों में से है, जहां आज भी प्रकृति और परंपराओं की जुगलबंदी आज भी कायम है. ये कई टूरिस्ट डेस्टिनेशन्स में से एक है. अगर आप प्रकृति के नजदीक और शहरी शोर-शराबे से दूर शांति का अनुभव करना चाहते हैं, तो आपको अरुणाचल प्रदेश के जीरो वैली आना चाहिए. यकीन मानिए यहां बिताए गए समय को आप कभी भूल नहीं पाएंगे.

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