Mangalwar Ke Jyotish Upay: सनातन परंपरा में मंगलवार का दिन पवनपुत्र हनुमान जी और भूमिपुत्र मंगल देवता की पूजा के लिए समर्पित है. सनातन परंपरा में हनुमान जी को चिरंजीवी माना गया है, जिनका सुमिरन करते ही वह अपने भक्तों की रक्षा करने के लिए चले आते हैं, वहीं मंगल देवता को पराक्रम का देवता मना गया है जो व्यक्ति के भीतर ऊर्जा, साहस और आत्मविश्वास भरने का कार्य करते हैं. यदि आप लंबे समय से किसी बड़ी समस्या से परेशान चल रहे हैं या फिर आप पर कर्ज का बड़ा बोझ हो गया है, जो तमाम कोशिशों के बावजूद नहीं उतर पाया है तो आपको आज इस लेख में बताए गये मंगल के महाउपाय जरूर करने चाहिए.
मंगलवार को करें कर्ज मुक्ति का महाउपाय
यदि आप लंबे समय कर्ज के मर्ज में फंसे हुए हैं और बहुत प्रयास करने के बाद भी आपको उससे मुक्ति नहीं मिल पाई है तो आपको मंगलवार के दिन विशेष रूप से 'ऋणमोचक मंगल स्तोत्र' का पाठ करना चाहिए. यदि संभव हो तो इस पाठ को किसी भी मास के शुक्लपक्ष के मंगलवारसे प्रारंभ करके हर मंगलवार के दिन यह उपाय करें.
मंगलवार के दिन करें ये चार प्रार्थनाएं
मंगलवार के दिन यदि आप चाहते हैं कि आपके जीवन में सब मंगल ही मंगल हो तो आपको दिन भर में चार बार हनुमान जी का ध्यान करते हुए "ॐ हनुमते नमः" मंत्र का मन में तीन बार जप करना है. पहली बार आपको सुबह स्नान-ध्यान करने के बाद बोलना है, दूसरी बार भोजन बनाते समय और तीसरी बार घर से बाहर निकलते समय और चौथी बार रात को सोने से पहले इस मंत्र का मन श्रद्धापूर्वक तीन जप करना है.
कार्य सिद्धि के लिए करें ये महाउपाय
यदि किसी कार्य में बहुत प्रयास करने के बाद भी आपको सफलता नहीं मिल रही है तो आपको मंगलवार के दिन अपने घर में हनुमान जी द्वारा हाथ में पर्वत उठाकर उड़ते हुए चित्र का पूजन करना चाहिए. इस पूजा में आपको हनुमान जी के मंत्र "ॐ हं हनुमते नमः" का कम से कम 108 बार यानि एक माला जप जरूर करना चाहिए.
मंगल से जुड़ी चीजों का करें दान
ज्योतिष तमाम ग्रहों की अनुकूलता को पाने के लिए उपाय बताये गये हैं. यदि आप चाहते हैं कि आपके जीवन में सब मंगल ही मंगल हो तो आपको मंगलवार के दिन विशेष लाल मसूर का दान करना चाहिए. मान्यता है कि इस उपाय को करने से कुंडली में मंगल मजबूत होता है और उसके शुभ फल प्राप्त होते हैं.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)














