मथुरा में श्रीकृष्ण जन्म मंदिर में जन्माष्टमी की तैयारी जोरों पर
नई दिल्ली:
Krishna Janmashtami: तीन सितंबर को जन्माष्टमी मनाने के लिए मथुरा के श्रीकृष्ण जन्मस्थान मंदिर में तैयारियों पूरे जोर-शोर से चल रही हैं. जन्माष्टमी के मौके पर इस मंदिर में लाखों श्रद्धालु भगवान श्रीकृष्ण की पूजा-अर्चना के लिए आते हैं. श्रीकृष्ण जन्मभूमि न्यास के सचिव कपिल शर्मा ने बताया, "श्रद्धालुओं को भगवान कृष्ण का जन्म समारोह खास अंदाज में देखने का अवसर मिल सकेगा." उन्होंने कहा कि मंदिर के भीतर और बाहर एलईडी स्क्रीन भी लगाई जाएंगी. मंदिर तीन सितंबर को रात 1:30 बजे तक खुला रहेगा.
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जन्माष्टमी के दौरान श्रीकृष्ण बलराम मंदिर तथा बांकेबिहारी मंदिर से जुड़े विदेशी भक्त भी कृष्ण के जन्म की खुशियां मनाने में किसी से पीछे नहीं रहते. हर ओर भगवान के जन्म की खुशियां छा जाती हैं, बधाई गायन होता है. इस मौके पर मथुरा के श्रीकृष्ण जन्मस्थान परिसर, द्वारिकाधीश मंदिर, वृंदावन के बांकेबिहारी मंदिर, राधारमण मंदिर, राधावल्लभ मंदिर, इस्कॉन मंदिर, प्रेम मंदिर, बरसाना के मंदिर, गोवर्धन के दानबिहारी मंदिर, गोकुल, महावन और नंदगांव के सभी मंदिरों में विशेष सजावट की जाएगी.
इस खास वजह से जन्माष्टमी पर लगाया जाता है बालगोपाल को माखन मिश्री का भोग
बता दें हर बार की तरह एक बार भी कृष्ण भक्त जन्माष्टमी के दिन अपने काह्ना के व्रत रखेंगे. उनकी पूजा करेंगे और उन्हें झूला झुलाएंगे. और रात में 12 बजे के बाद अपने कृष्ण को माखन खिलाएंगे.
कृष्ण मंदिर के सौंदर्यीकरण के लिए पाकिस्तान ने दिए दो करोड़ रुपये
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बता दें हर बार की तरह एक बार भी कृष्ण भक्त जन्माष्टमी के दिन अपने काह्ना के व्रत रखेंगे. उनकी पूजा करेंगे और उन्हें झूला झुलाएंगे. और रात में 12 बजे के बाद अपने कृष्ण को माखन खिलाएंगे.
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