क्या आपने कभी स्ट्रॉबेरी मून देखा है? अगर नहीं तो आपके पास इसे देखने का आज मौका होगा. आपको बता दें, आज ग्रीष्म संक्राति के बाद की पहली पूर्णिमा है, जिसे जून पूर्णिमा भी कहते हैं. ऐसे में आज रात आसमान में चांद स्ट्रॉबेरी के रंग में दिखाई देगा. ये कम ही लोग जानते हैं कि स्ट्रॉबेरी मून साल का आखिरी सुपरमून है.
जून पूर्णिमा को स्ट्रॉबेरी मून क्यों कहा जाता है?
स्ट्रॉबेरी मून न तो स्ट्रॉबेरी की तरह दिखता है और न ही यह गुलाबी रंग का होता है. परंपरागत रूप से उत्तरी अमेरिका और यूरोप में, पूर्णिमा को स्थानीय संस्कृतियों और रीति-रिवाजों से जुड़े नाम दिए गए हैं.
"The Old Farmer's Almanac" के अनुसार, "इस नाम (स्ट्रॉबेरी मून) का इस्तेमाल अल्गोंक्विन, ओजिब्वे, डकोटा और लकोटा लोगों द्वारा किया गया है. स्ट्रॉबेरी मून का नाम दरअसल प्राचीन अमेरिकी जनजातियों से नाम मिला है, जिन्होंने स्ट्रॉबेरी के लिए कटाई के मौसम की शुरुआत के साथ पूर्णिमा को चिन्हित किया था. स्ट्रॉबेरी मून अक्सर वसंत की आखिरी पूर्णिमा या गर्मी के मौसम की पहली पूर्णिमा होती है.
2021 में पूर्णिमा के चरण
चंद्रमा को पृथ्वी के चारों ओर एक चक्कर पूरा करने में लगभग 29.5 दिन लगते हैं, जिसके दौरान यह अपने पूर्ण चरण में पहुंच जाता है, और एक अमावस्या आकार लेती है. स्ट्राबेरी मून के साथ ग्रीष्म संक्रांति का संयोग 20 साल में एक बार आता है.
यहां देखें अगले कुछ महीनों के लिए पूर्णिमा कैलेंडर
- बक मून: 23 जुलाई 2021
- स्टर्जन मून: 22 अगस्त 2021
- कॉर्न मून: 20 सितंबर 2021
- हार्वेस्ट मून: 20 अक्टूबर 2021
- बीवर मून: 19 नवंबर 2021
- कोल्ड मून: 18 दिसंबर 2021
आपको बता दें, भारत में आज के दिन ज्येष्ठ पूर्णिमा है. ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा के दिन वट पूर्णिमा व्रत भी रखा जाता है.