बरसाना में 15 मार्च को विश्व प्रसिद्ध लट्ठमार होली खेली गई, जिसमें महिलाओं ने पुरूषों पर लाठियां बरसायी और पुरूषों ने हंसते हुए ढाल से अपना बचाव किया. इन अनूठी होली को देखने के लिए सैकड़ों की संख्या में लोग बरसाने में आए हुए थे.
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बरसाना की हुरियारिनों (लाठी चलाने वाली महिलाएं) से होली खेलने नन्दगांव से आए हुरियारों (ढाल लेकर होली खेलने वाले पुरूष) पर लाठियां बरयायीं. यह पुरानी परम्परा है जिसे हर वर्ष फाल्गुन मास की नवमीं के दिन मनाया जाता है. 16 मार्च को एक बार फिर कुछ इसी प्रकार की होली होगी, लेकिन उसका स्थान बरसाना के बजाय नन्दगांव होगा.
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नन्दगांव में होली खेलने बरसाना के हुरियारे जाएंगे और हुरियारिनें स्थानीय महिलाएं होंगी. लट्ठमार होली के मौके पर शांति एवं व्यवस्था बनाए रखने के लिए जिलाधिकारी सर्वज्ञ राम मिश्र एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज सहित तमाम वरिष्ठ अधिकारी बरसाना में मौजूद थे.
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वहीं, इससे पहले बरसाना में लड्डू होली भी खेली गई, जिसमें रंगों के साथ-साथ लड्डुओं को भी एक-दूसरे पर फेंका गया.
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