इस साल गुरु पूर्णिमा 2021 का त्योहार 24 जुलाई को मनाया जाएगा. भारत में गुरु पूर्णिमा का दिन सबसे शुभ दिनों में से एक है, वहीं इस मौके पर इस साल हरिद्वार सिर्फ प्रतीकात्मक स्नान होगा. यानी श्रद्धालुओं के गंगा स्नान पर रोक लगा दी गई है.
न्यूज एजेंसी ANI की रिपोर्ट के अनुसार, कोरोना वायरस महामारी और संभावित तीसरी लहर को देखते हुए, गुरु पूर्णिमा के अवसर पर 24 जुलाई को हरिद्वार में केवल प्रतीकात्मक 'स्नान' का आयोजन किया जाएगा. स्नान में सिर्फ 'श्री गंगा सभा' और 'तीर्थ पुरोहित' भाग लेंगे. इस बात की जानकारी हरिद्वार जिला प्रशासन ने दी.
ये है श्रद्धालुओं के लिए नियम
जो श्रद्धालुह हरिद्वार पहुंच रहे हैं, उन्हें हरिद्वार जिला प्रशासन की ओर से निर्देश दिए गए हैं कि श्रद्धालुओं की RT-PCR नेगेटिव रिपोर्ट 72 घंटे से अधिक पुरानी नहीं होने पर ही उन्हें हरिद्वार में अनुमति दी जाएगी, लेकिन उन्हें 'स्नान' में अनुमति नहीं दी जाएगी, वह केवल गुरु पूर्णिमा के दिन श्रद्धालु अपने गुरु के दर्शन कर सकेंगे.
बता दें, इस वर्ष, गुरु पूर्णिमा की तिथि 23 जुलाई से शुरू हो रही है और 24 जुलाई की शुरुआत में समाप्त होगी. इस दिन को व्यास पूर्णिमा के रूप में भी जाना जाता है, क्योंकि इस दिन महाभारत के महान ऋषि और लेखक महर्षि वेद व्यास का जन्म हुआ था, वहीं बौद्धों के लिए इसी दिन भगवान गौतम बुद्ध ने उत्तर प्रदेश के सरना में अपना पहला उपदेश दिया था.