Chandra Grahan 2022: साल 2022 का पहला चंद्र ग्रहण (Chandra Grahan 2022) लगने वाला है. पंचांग के मुताबिक यह चंद्र ग्रहण (Chandra Grahan) वैशाख मास की पूर्णिमा (Vaishakh Purnima 2022) के दिन लगेगा. इस चंद्र ग्रहण (Lunar Eclipse) को पूर्ण चंद्र ग्रहण माना जा रहा है. हालांकि साल का पहला चंद्र ग्रहण (First Lunar Eclipse of 2022) भारत में दिखाई नहीं देगा, इसलिए भारत में इसका सूतक काल प्रभावी नहीं होगा. साल 2022 का पहला चंद्र ग्रहण कब, कहां और किस समय दिखेगा इसके बारे में जानते हैं.
कब है वैशाख पूर्णिमा? (Vaishakh Purnima 2022)
हिंदी पंचांग के मुताबिक वैशाख शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा की तिथि 15 मई, रविवार दोपहर 12 बजकर 45 मिनट से शुरू हो रही है. वहीं पूर्णिमा तिथि का समापन 16 मई 2022, सोमवार को सुबह 9 बजकर 43 मिनट पर होगा. वैशाख पूर्णिमा 16 मई को मनाई जाएगी.
2022 का पहला चंद्र ग्रहण (First Lunar Eclipse of 2022)
साल 2022 का पहला चंद्र ग्रहण वैशाख पूर्णिमा यानी 16 मई को लगने वाला है. भारतीय समय के अनुसार यह चंद्र ग्रहण सुबह 8 बजकर 59 मिनट से 10 बजकर 23 मिनट तक लगेगा. हालांकि यह चंद्र ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा, इसलिए इसका सूतक काल भी मान्य नहीं होगा.
कहां-कहां देखा जा सकेगा चंद्र ग्रहण? (Lunar Eclipse Visibility)
साल 2022 का पहला चंद्र ग्रहण हिंद महासागर, प्रशांत महासागर, अटलांटिक, अंटार्कटिका, दक्षिण और पश्चिमी यूरोप, दक्षिणी और पश्चिमी एशिया, उत्तरी अमेरिका के अधिकांश हिस्से, अफ्रीका, दक्षिणी अमेरिका में दिखाई देगा.
चंद्र ग्रहण का सूतक काल (Chandra Grahan Sutak Kaal)
साल 2022 का पहला चंद्र ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा. इसलिए इसका सूतक काल मान्य नहीं होगा. वैसे चंद्र ग्रहण का सूतक काल 9 घंटे पहले शुरू हो जाता है. यह चंद्र ग्रहण खग्रास चंद्र ग्रहण होगा. ऐसे में भारत में इसका सूतक काल प्रभावी नहीं होगा. धार्मिक मान्यता है कि सूतक काल के दौरान कोई भी शुभ कार्य नहीं किए जाते हैं, लेकिन भारत में यह चंद्र ग्रहण दिखाई नहीं देगा, इसलिए इस ग्रहण के दौरान मांगलिक कार्य किए जा सकते हैं.
पूर्ण या खग्रास चंद्र ग्रहण क्या होता है? (What is Total Lunar Eclipse)
इस साल लगने वाला चंद्र ग्रहण खग्रास यानि पूर्ण चंद्र ग्रहण है. खग्रास यानी पूर्ण चंद्र ग्रहण तब लगता है जब सूर्य की परिक्रमा करते हुए पृथ्वी ठीक उसके सामने आ जाती है और उसी समय पृथ्वी के सामने चंद्रमा आ जाता है. इस स्थिति में पृथ्वी सूर्य को पूरी तरह से ढक लेती है. जिस कारण चंद्रमा तक सूर्य का प्रकाश नहीं पहुंच पाता है.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)