Diwali 2025 puja tips for 12 zodiac sign : दीपावली सिर्फ दीपों का उत्सव नहीं है, बल्कि यह “महा रात्रि” है. जिसमें संपूर्ण ब्रह्मांड की शक्तियां जाग्रत होती हैं. शास्त्रों में कहा गया है — “अमावस्यायां तु या रात्रिः दीपमालाभिरालिता, तया लक्ष्मीः प्रसन्ना स्याद् धनधान्यसमृद्धिदा.” अर्थात, जो व्यक्ति दीपावली की अमावस्या रात्रि में दीपदान, मंत्र जाप, और गृह पूजन करता है, उसके जीवन में स्थायी लक्ष्मी, स्वास्थ्य और सफलता का वास होता है. यदि आप भी कुछ ऐसी कामना है तो आपको आज के दिन अपनी राशि के अनुसार पूजा करनी चाहिए. आइए जानी-मानी ज्योतिषाचार्य और वास्तुविद् डॉ. नीति शर्मा द्वारा बताए गये दिवाली पूजा के उन 12 उपायों के बारे में जानते हैं, जो 12 राशियों के लिए महावरदान साबित हो सकते हैं.
मेष राशि (Aries)
स्वामी ग्रह – मंगल
मंगल उर्जा, साहस और वित्तीय प्रबंधन का कारक है.
उपाय:
दीपावली की रात्रि में हनुमान जी या भैरव जी के समक्ष “ॐ क्रां क्रीं क्रौं सः भौमाय नमः” का 108 बार जाप करें.
कुमकुम से लाल दीप जलाएं, और चांदी या तांबे के सिक्के पर हल्दी का तिलक लगाकर तिजोरी में रखें.
फल: रुके कार्य सिद्ध होंगे, व्यापारिक साहस बढ़ेगा, शत्रु शांत होंगे.
वृषभ राशि (Taurus)
स्वामी ग्रह – शुक्र
शुक्र सौंदर्य, संपन्नता और भोग विलास का कारक है.
उपाय:
रात 12 बजे श्री सूक्त का पाठ करें और 108 गुलाबी पुष्पों से लक्ष्मी पूजन करें. चांदी की कटोरी में केसर घोलकर दीप जलाएं.
“ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं नमः लक्ष्म्यै नमः” का जाप करें.
फल: धन का स्थायित्व, वैभव और गृह में सुख-शांति का संचार.
मिथुन राशि (Gemini)
स्वामी ग्रह – बुध
बुध बुद्धि, व्यापार और संवाद का कारक है.
उपाय:
रात्रि में गणेश पूजन करें. दूर्वा और हरी इलायची का दीपदान करें.
“ॐ बुद्धाय नमः” का 108 बार जाप करें.
फल: व्यापारिक समझ और वित्तीय निर्णयों में अद्भुत स्पष्टता मिलेगी.
कर्क राशि (Cancer)
स्वामी ग्रह – चंद्रमा
चंद्र मन और भावनात्मक स्थिरता का प्रतीक है.
उपाय:
दूध, चावल और सफेद पुष्प से लक्ष्मी-नारायण का पूजन करें.
चांदी के दीप में घी का दीपक जलाकर “ॐ सोम सोमाय नमः” का जाप करें.
फल: मानसिक शांति, गृहस्थ सुख, और परिवारिक सौहार्द प्राप्त होगा.
सिंह राशि (Leo)
स्वामी ग्रह – सूर्य
सूर्य आत्मबल, प्रसिद्धि और अधिकार का कारक है.
उपाय:
सुर्य को अर्घ्य न दे पाने की स्थिति में रात्रि में गुरु आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ करें.
तांबे के दीप में गुड़ और गाय के घी से दीपदान करें.
फल: प्रतिष्ठा, अधिकार और प्रशासनिक सहयोग प्राप्त होगा.
कन्या राशि (Virgo)
स्वामी ग्रह – बुध
यह राशि लक्ष्मी कृपा के लिए मंत्र साधना में श्रेष्ठ मानी गई है.
उपाय:
“ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं ऐं महालक्ष्म्यै नमः” का जाप करें.
स्फटिक या पन्ने की माला से जप करना सर्वोत्तम है.
हरी मूंग की दाल, तुलसी और केसर से दीपदान करें.
फल: व्यावसायिक उन्नति और ऋण मुक्ति के योग बनेंगे.
तुला राशि (Libra)
स्वामी ग्रह – शुक्र
तुला राशि के जातकों के लिए दीपावली स्वयं की राशि में सबसे प्रभावी होती है.
उपाय:
कमल पुष्प पर श्री यंत्र स्थापित करें, उस पर घी का दीपक जलाएं.
108 बार “ॐ श्रीं महालक्ष्म्यै नमः” का जाप करें.
फल: आकर्षण, वैभव और आर्थिक स्थायित्व का अद्भुत मेल बनेगा.
वृश्चिक राशि (Scorpio)
स्वामी ग्रह – मंगल
मंगल के प्रभाव से यह राशि गूढ़ साधना में सफल होती है.
उपाय:
रात्रि 11 बजे के बाद भैरव या कालिका पूजन करें.
सिंदूर और लाल पुष्प से “ॐ ह्रीं ह्रूं कालिकायै नमः” का जप करें.
फल: अदृश्य भय, ऋण, और शत्रु नाश के साथ गूढ़ सिद्धियों का संचार.
धनु राशि (Sagittarius)
स्वामी ग्रह – बृहस्पति (गुरु)
गुरु ज्ञान, धर्म और दिव्य कृपा का प्रतीक है.
उपाय:
पीले पुष्प और हल्दी से लक्ष्मी-नारायण पूजन करें.
“ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं श्री वसुदेवाय नमः” का जाप करें.
पीली मिठाई और हल्दी का दीपक जलाएं.
फल: भाग्य वृद्धि, विद्या, और उच्च पद प्राप्ति.
मकर राशि (Capricorn)
स्वामी ग्रह – शनि
शनि कर्मफल और न्याय का कारक है.
उपाय:
रात्रि 10 बजे शनि देव और कुबेर का संयुक्त पूजन करें.
तिल के तेल का दीपक जलाकर “ॐ शनैश्चराय नमः” का जाप करें.
काली उड़द और लौंग अर्पित करें.
फल: कार्य में स्थिरता, धन की वृद्धि, और विपरीत परिस्थितियों में सफलता.
कुंभ राशि (Aquarius)
स्वामी ग्रह – शनि
इस राशि के लिए यह रात्रि ध्यान और आध्यात्मिक शक्ति का समय है.
उपाय:
नीले पुष्प और लोहे के दीप में तेल जलाएं.
कुबेर मंत्र “ॐ यक्षाय कुबेराय वैश्रवणाय धनधान्याधिपतये नमः” का जाप करें.
फल: नए आर्थिक अवसर, स्थायी संपत्ति और मानसिक स्थैर्य.
मीन राशि (Pisces)
स्वामी ग्रह – बृहस्पति
यह राशि अध्यात्म और करुणा की प्रतीक है.
उपाय:
गाय के घी का दीपक जलाकर “ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं महालक्ष्म्यै नमः” का 108 बार जाप करें.
गंगा जल, केसर और तुलसी पत्र से पूजन करें.
फल: ईश्वरीय कृपा, व्यापार में समृद्धि और संतान सुख.
12 राशियों के लिए दिवाली की रात किए जाने वाला सार्वभौम उपाय
1. मध्यरात्रि में 11 दीप जलाकर उत्तर दिशा की ओर रखें —-यह कुबेर दिशा है.
2. तुलसी पर दीपक जलाकर “ॐ नमो भगवते वासुदेवाय” का जाप करें - यह दोष शमन करता है.
3. तिजोरी या धन स्थान पर गोमती चक्र और कौड़ी रखें.
4. ब्रह्म मुहूर्त में “ॐ श्रीं” बीज मंत्र का 108 बार जाप करें — यह स्थायी लक्ष्मी सिद्धि का मार्ग खोलता है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)