Dhanteras 2023: धनतेरस(Dhanteras) दीपावली से शुरू हो कर भाई दूज तक चलने वाले पांच दिवसीय त्योहार का हिंदू धर्म में बहुत अधिक महत्व है. वर्ष 2023 में अधिक मास के कारण ये पर्व 15 दिन देर से मनाए जाएंगे. इस पांच दिन चलने वाले त्योहार में धन की देवी लक्ष्मी (Godess Lakhmi) और धन के रक्षक देव कुबेर की पूजा का विधान है. कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष के त्रयोदशी तिथि का धनतेरस के साथ पांच दिवसीय त्योहार की शुरुआत होती है. वर्ष 2023 में धनतेरस 10 नवंबर को और दीपावली 12 नवंबर को मनाई जाएगी. धनतेरस के दिन देवी लक्ष्मी और कुबेर को प्रसन्न कर पूरे वर्ष सुख समृद्धि प्राप्त की जा सकती है. धनतेरस के दिन किए गए उपायों ( Upay for Dhanteras) से धन संपत्ति में वद्धि और आर्थिक समस्याओं से मुक्ति मिल सकती है.
जलाएं 13 दिये
धनतेरस के दिन सूरज के अस्त होने के बाद घर के बाहर 13 दिये जला कर रखें. दीयों को छत, बालकनी या दरवाजे पर रखा जा सकता है. जहां भी दिये रखें वहां 13 दिये होने चाहिए.
सफेद चीजों का दान
धनतेरस के दिन सफेद चीजों के दान से धन संपत्ति में वृद्धि होती है. सफेद चीजों में खीर, बताशा, सफेद वस्त्र दान किये जा सकते हैं. ये सभी चीजें देवी लक्ष्मी को प्रिय हैं. सफेद चीजों के दान से देवी लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं.
पीली कौड़ी और धनिया
धनतेरस के दिन कुबेर व देवी लक्ष्मी पूजा में पीली कौड़ी और धनिया जरूर अर्पित करें. इससे घर में धन दौलत में वृद्धि होगी.
कुबेर यंत्र की पूजा
धनतेरस के दिन कुबेर यंत्र की पूजा करने के बाद उसे अपनी तिजोरी में रखने से कुबेर की कृपा बनी रहती है.
किन्नर को दे दान
धनतेरस के दिन तृतीयपंथियों को दान देने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है. तृतीयपंथी से एक रुपए का सिक्का मांग कर अपनी तिजोरी में रख दें. इससे आपकी तिजोरी हमेशा भरी रहेगी.
धनतेरस में पूजा का मुहूर्त
पंचाग के अनुसार इस वर्ष धनतेरस की तिथि 10 नवंबर को दोपहर 12 बजकर 35 मिनट से 11 नवबंर की दोपहर 1 बजकर 57 मिनट तक है. पूजा का शुभ मुहूर्त 10 नवबंर को शाम के छह बजकर दो मिनट से शुरु होकर आठ बजे तक है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)