बजरंगबली को करना है प्रसन्न तो पूजा के समय जरूर करें  'श्री राम स्तुति' का पाठ

मंगलवार बजरंग बली (Bajrang Bali) का दिन माना जाता है. मंगलवार का व्रत भगवान हनुमान जी को प्रसन्न करने के लिए किया जाता है. मान्यता है कि हनुमान जी के पूजन के समय श्री राम स्तुति का पाठ करने से बजरंगबली बहुत जल्दी प्रसन्न हो जाते हैं और भक्त पर अपनी कृपा बनाए रखते हैं.

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नई दिल्ली:

हनुमान जी को प्रसन्न करने के लिए भक्त मंगलवार के दिन विधि-विधान से उनका पूजन और व्रत (Vrat) रखते हैं.  मान्यता है कि इस दिन हनुमान जी (Hanuman JI) की पूजा करने से सभी कष्ट दूर हो जाते हैं और सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती हैं. कहते हैं भगवान श्री राम भक्त हनुमान जी की पूजा करते समय पवित्रता का विशेष ध्यान रखना चाहिए. इसके अलावा तन-मन से भी पवित्र होकर प्रभु का स्मरण करना चाहिए. मंगलवार के दिन पूजा के समय श्री राम स्तुति का पाठ करना शुभ माना जाता है. मान्यता है कि हनुमान जी के पूजन के समय श्री राम स्तुति का पाठ करने से बजरंगबली बहुत जल्दी प्रसन्न हो जाते हैं और भक्त पर अपनी कृपा बनाए रखते हैं.

श्री राम स्तुति |  Shri Ram Stuti

॥दोहा॥

श्री रामचन्द्र कृपालु भजुमन

हरण भवभय दारुणं ।

नव कंज लोचन कंज मुख

कर कंज पद कंजारुणं ॥१॥

कन्दर्प अगणित अमित छवि

नव नील नीरद सुन्दरं ।

पटपीत मानहुँ तडित रुचि शुचि

नोमि जनक सुतावरं ॥२॥

भजु दीनबन्धु दिनेश दानव

दैत्य वंश निकन्दनं ।

रघुनन्द आनन्द कन्द कोशल

चन्द दशरथ नन्दनं ॥३॥

शिर मुकुट कुंडल तिलक

चारु उदारु अङ्ग विभूषणं ।

आजानु भुज शर चाप धर

संग्राम जित खरदूषणं ॥४॥

इति वदति तुलसीदास शंकर

शेष मुनि मन रंजनं ।

मम् हृदय कंज निवास कुरु

कामादि खलदल गंजनं ॥५॥

मन जाहि राच्यो मिलहि सो

वर सहज सुन्दर सांवरो ।

करुणा निधान सुजान शील

स्नेह जानत रावरो ॥६॥

एहि भांति गौरी असीस सुन सिय

सहित हिय हरषित अली।

तुलसी भवानिहि पूजी पुनि-पुनि

मुदित मन मन्दिर चली ॥७॥

॥सोरठा॥

जानी गौरी अनुकूल सिय

हिय हरषु न जाइ कहि।

मंजुल मंगल मूल वाम

अङ्ग फरकन लगे।

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

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