Garuda Purana: गरुड़ पुराण में बेहतर जीवन जीने और मरणोपरांत होने वाले घटनाक्रम के बारे में बताया गया है. साथ ही गुरुड़ पुराण (Garuda Purana) में दैनिक जीवन (Garuda Purana Daily Life) से संबंधित खास बातों का भी जिक्र किया गया है. दिन की शुरुआत कैसी होनी चाहिए, इसका भी उल्लेख गरुड़ पुराण (Garuda Purana) में किया गया है. आज हम आपको गरुड़ पुराण के अनुसार ऐसी पांच बातों के बारे में बाताने जा रहे हैं, जिसके बिना दिन अधूरा माना गया है. कहा गया है नियमित रूप से इन पांच कार्यों को करने से व्यक्ति का पूरा दिन शुभ साबित होता है.
स्नान
गरुड़ पुराण के मुताबिक प्रत्येक व्यक्ति को दिन की शुरुआत स्नान के साथ करनी चाहिए. गरुड़ पुराण में कहा गया है कि जो मनुष्य रोजाना स्नान करके पवित्र हो जाता है, उसका पूरा दिन अच्छा गुजरता है, साथ ही वह ऊर्जा से भरपूर रहता है.
ईष्ट देव की पूजा
गरुड़ पुराण के मुताबिक हर इंसान को सुबह स्नान करने के बाद अपने ईष्ट देव की पूजा करनी चाहिए. इसके अलावा कुलदेवता या कुल देवी की पूजा शुभ मानी गई है.
जप
गरुड़ पुराण में उल्लेख है कि प्रत्येक व्यक्ति को सुबह कम से कम एक माला मंत्र का जाप करने के बाद ही घर के बाहर निकलना चाहिए. मंत्र कोई भी हो सकता है. वैसे गायत्री मंत्र उपयुक्त और सरल माना जाता है. कहा गया है कि पूरी श्रद्धा और विश्वास के साथ किए गए मंत्र का जाप व्यर्थ नहीं जाता है.
हवन या दीपक
कहा गया है कि हर इंसान को अपने दैनिक जीवन में हवन को स्थान देना चाहिए. हालांकि भागदौड़ भरी जिंदगी में रोजाना हवन करना संभव नहीं हो पाता है. ऐसे में तुलसी के नीचे दीपक जलाया जा सकता है. इन कार्यों से दिन की शुरुआत करना शुभ माना गया है.
दान
गरुड़ पुराण के मुताबिक दान करना शुभ है. हर इंसान को अपनी श्रद्धा और क्षमता के मुताबिक दान करना चाहिए. मान्यता है कि ऐसा करने से घर में धन-धान्य की कमी नहीं होती है. साथ ही घर-परिवार में सुख और शांति बनी रहती है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)