Meerut Blue Drum Murder Case: मेरठ के चर्चित सौरभ राजपूत हत्याकांड मामले में गिरफ्तार हुई मुस्कान ने जेल में बच्ची को जन्म दिया है. जेल में लेबर पेन होने के बाद मुस्कान को मेडिकल कॉलेज में भेजा गया था, जहं उसने एक बच्ची को जन्म दिया. इसके बाद पुलिस ने इसकी सूचना मुस्कान के परिजनों को दी और बताया कि मां और बच्ची दोनों ही स्वस्थ हैं. हालांकि अब तक बच्ची के पिता को लेकर कुछ भी पता नहीं चल पाया है, जिसके बाद इसका पता लगाने के लिए डीएनए टेस्ट करवाया जाएगा. अब मुस्कान की बच्ची उसके साथ जेल में ही रहेगी, ऐसे में जानते हैं कि जेल में पैदा होने वाले बच्चों के क्या अधिकार होते हैं और उनकी परवरिश कैसी होती है.
खूब चर्चा में रहा केस
मेरठ की मुस्कान को अपने पति सौरभ राजपूत की हत्या के मामले में गिरफ्तार किया गया था, उसने अपने बॉयफ्रेंड साहिल के साथ मिलकर हत्या की साजिश रची थी और सौरभ को मारकर एक नीले ड्रम में डाल दिया था. इस हत्याकांड का देशभर में खूब जिक्र हुआ और मुस्कान को लेकर लोगों में जमकर गुस्सा था. गिरफ्तारी के बाद पता चला था कि मुस्कान प्रेग्नेंट है. अब जेल में रहते हुए मुस्कान ने बच्ची को जन्म दिया है.
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जेल में बच्चों के अधिकार
- भारतीय कानून में पेरेंट्स के अपराध की सजा बच्चों को नहीं दी जाती है.
- जेल प्रशासन की जिम्मेदारी होती है कि वो प्रेग्नेंट कैदी का ख्याल रखे और डिलीवरी के बाद बच्चे को तमाम तरह की सुविधाएं मुहैया कराए.
- बच्चा पैदा होने के बाद महिला को कुछ वक्त के लिए दूसरी सेल में रखा जाता है, जिसमें बाकी कैदी नहीं होते हैं.
- जिस अस्पताल में बच्चा पैदा होता है, वहीं से उसका जन्म प्रमाण पत्र भी बनवाया जाता है.
- जेल में पैदा हुए बच्चे को उसकी मां के साथ 6 साल तक रखा जाता है, जिसके बाद उसे बाल कल्याण समिति के पास भेजा जाता है.
- इस पूरी अवधि के दौरान जेल में ही बच्चे की परवरिश होती है और उसे शिक्षा भी दी जाती है.
- भारतीय नागरिक को मिलने वाले सभी अधिकार जेल में पैदा हुए बच्चे के भी होते हैं. इसीलिए उसके इलाज, टीकाकरण, पढ़ाई और सुरक्षा का पूरा ख्याल रखा जाता है.