Kripank Yojana 2025: आज की डिजिटल दुनिया में बच्चे मोबाइल और इंटरनेट पर ज्यादा समय बिताते हैं, जिसकी वजह से उनकी किताबों से दूरी बढ़ रही है. इससे बच्चों की पढ़ने की हैबिट भी कमजोर होती जा रही है. जो पेरेंट्स और टीचर्स के लिए सबसे बड़ा चैलेंज (Government scheme to improve students reading skills) बन गया है. क्योंकि, किताबें सिर्फ नॉलेज ही नहीं देतीं, बल्कि सोचने-समझने की क्षमता, वर्ड लिस्ट (Vocabulary) और फोकस भी बढ़ाते हैं. इसी को देखते हुए केरल सरकार ने 'कृपांक योजना 2025' (What is Kripank Yojana in Kerala schools 2025) की शुरुआत की है. यह पहल छात्रों को फिर से किताबों और पढ़ने की हैबिट से जोड़ने के लिए की गई है. आइए जानते हैं कि यह योजना क्या है और बच्चों के लिए कितनी फायदेमंद (Kripank Yojana benefits for students reading habit) हो सकती है.
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कृपांक योजना 2025 क्या है -What is Kripank Yojana
रिपोर्ट्स के मुताबिक, अगले एकेडमिक सेशन से केरल के सरकारी स्कूलों में छात्रों को पढ़ने की हैबिट डेवलप कराने के लिए 'कृपांक' दिए जाएंगे. इस योजना के तहत स्कूलों में एक अलग पीरियड रखा जाएगा, जिसमें स्टूडेंट्स बुक्स, न्यूज पेपर और अन्य स्टडी-मटीरियल पढ़ेंगे. इसका मकसद उन्हें स्मार्टफोन और सोशल मीडिया से हटाकर पढ़ाई की ओर आकर्षित करना है.
साथ ही, उन्हें इनकरेज करने के लिए 'कृपांक' दिए जाएंगे, जो उनकी पढ़ने की एक्टिविटीज का रिकॉर्ड और ग्रोथ दिखाएंगे.
कृपांक योजना का मकसद - Kripank Yojana Purpose
1. रीडिंग हैबिट्स बढ़ाना, ताकि बच्चे किताबों, न्यूज पेपर्स और मैगजीन से जुड़ें
2. नॉलेज और जानकारी बढ़ाना, ताकि देश-दुनिया की ताजा जानकारी बच्चों तक पहुंचे
3. वोकैबुलरी और लैंग्वेज स्किल में सुधार करना
4. क्रिटिकल थिंकिंग डेवलप करना
5. एकेडमिक परफॉर्मेंस बेहतर करना
6. डिजिटल डिस्टर्बेंस को कम करना
कृपांक योजना में कौन-कौन होंगे शामिल - Kripanka Scheme 2025
- इसका फायदा सीधे तौर पर स्कूल के बच्चों को मिलेगा. सभी सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले छात्र इसमें शामिल होंगे.
- किताबें, स्टोरी कलेक्शन, मैगजीन और न्यूजपेपर पढ़ने को इसमें शामिल किया जाएगा.
- इस योजना को पढ़ाई के साथ एक एक्टिविटी की तरह लागू किया जाएगा, ताकि बच्चे इसे एंजॉय कर सकें.
टीचर्स का रोल क्या होगा - Teachers Role in Kripank Yojana
बच्चों को पढ़ने के लिए मोटिवेट करना आसान काम नहीं है. इसीलिए, सरकार ने इस योजना में टीचर्स को भी खास तौर पर शामिल किया है. उन्हें रीडिंग एक्टिविटीज के लिए स्पेशल ट्रेनिंग दी जाएगी. यह सिखाया जाएगा कि बच्चों को किस तरह मजेदार और इंस्ट्रेटिंग तरीकों से पढ़ने के लिए इंस्पायर किया जा सकता है. इससे बच्चों और टीचर्स के बीच इंटरैक्शन बढ़ेगा और पढ़ाई मजेदार बन जाएगी.
योजना से बच्चों को क्या फायदे होंगे - Kripank Yojana Benefits
1. पढ़ने की हैबिट से बच्चों की इमैजिनेशन पावर और क्रिएटिविटी बढ़ेगी.
2. नए-नए टॉपिक्स और सब्जेक्ट्स पढ़ने से कॉन्फिडेंस और नॉलेज दोनों बढ़ेगी.
3. किताबों और न्यूजपेपर से वे समाज, संस्कृति और राजनीति को बेहतर समझ सकेंगे.
4. यह पहल उन्हें कॉम्पटेटिव एग्जाम्स और फ्यूचर स्टडी के लिए तैयार करेगी.
कृपांक योजना खास क्यों है - Why Kripank Yojana Special
आज के दौर में जब बच्चे ज्यादातर समय YouTube, इंस्टाग्राम और ऑनलाइन गेम्स में बर्बाद कर रहे हैं, तब यह योजना बेहद जरूरी हो गई है. यह सिर्फ स्कूल की पढ़ाई तक सीमित नहीं है, बल्कि बच्चों के ओवरऑल पर्सनालिटी डेवलपमेंट के लिए जरूरी है. सरकार चाहती है कि बच्चे सिर्फ परीक्षा पास करने के लिए न पढ़ें, बल्कि पढ़ने को अपनी आदत बनाएं.
पैरेंट्स और टीचर्स को क्या करना होगा
- बच्चों को सिर्फ स्कूल में ही नहीं, बल्कि घर पर भी पढ़ाई के लिए प्रेरित करें.
- पैरेंट्स को टीवी और मोबाइल का समय कम करके बच्चों के साथ पढ़ाई का माहौल बनाना चाहिए.
- टीचर, ट्रेनिंग के जरिए बच्चों को मजेदार तरीकों से किताबों की दुनिया में ले जा सकते हैं.