Kashish Mittal Success Story: हर इंसान चाहता है कि वह एक दिन बड़ा आदमी बने और लोग उन्हें जाने और समाज में सम्मान मिले. ज्यादातर लोग यही चाहते हैं और इसी दिशा में अपने-अपने काम भी करते हैं, अपने हिसाब से नाम और इज्जत पाने की परिभाषा सेट कर ली है, कुछ लोगों को लगता है कि इंजीनियर बनकर, डॉक्टर बनकर या आईएएस बनकर नाम पैसा और इज्जत मिलेगी. वहीं कुछ लोगों को अपने सपनो में जीना और खुद के लिए करना ज्यादा पसंद होता है. भारत में IAS की परीक्षा को काफी मुश्किल और अच्छा माना जाता है, जो इसे पास कर लेता है उसकी लाइफ सेट हो जाती है, इसके लिए उम्मीदवार सालों-साल तैयारी करते हैं.
वहीं कुछ लोगों को IItan बनना होता है जहां करोड़ों के पैकेज मिलते हैं और अच्छी लाइफ कटती है. सब पाने के बाद सबकुछ छोड़कर अपने सपनों की ओर बढ़ना हर किसी के लिए आसान नहीं होता है. इतना कुछ पाने के बाद छोड़ देना, ऐसी हिम्मत हर किसी की नहीं होती है. लेकिन जो ऐसा कर जाते हैं वो लोगों के लिए एक मिसाल बन जाते हैं.
एक गाने के वायरल वीडियो से कशिश की प्रतिभा का पता चला
इन दिनों सोशल मीडिया पर एक नाम छाया हुआ है, कशिश मित्तल (Kashish Mittal), जिन्होंने वो सबकुछ छोड़ दिया, जिसे पाना किसी का सपना होता है. उनकी एक सिंगीग वीडियो इंटरनेट पर वायरल हो रही है. इस वीडियो के बाद लोग उनके बारे में जानने के लिए उत्सुक हो गए, उनके बारे में जानकर पता चला कि ये कोई आम इंसान नहीं बल्कि प्रतिभा धनी व्यक्ति हैं. साल 2011 बैच की IAS अधिकारी रह चुके हैं, और कुछ साल काम करने के बाद उन्होंने 2019 में सिविल सेवा से इस्तीफा दे दिया था. कशिश मित्तल की लिंक्डइन प्रोफ़ाइल से पता चलता है कि आईएएस अधिकारी बनने से पहले उन्होंने प्रतिष्ठित भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT), दिल्ली से पढ़ाई की थी. कशिश मित्तल क्लासिकल सिंगर भी हैं.
IIT दिल्ली से की इंजीनियरिंग
एचटी की रिपोर्ट के मुताबिक, 2019 में IAS अधिकारी के पद से इस्तीफा देने के बाद, वे माइक्रोसॉफ्ट में प्रिंसिपल रिसर्च पीएम के पद पर शामिल हुए और पांच साल तक इस टेक फर्म में रहे. मार्च 2025 में, मित्तल ने माइक्रोसॉफ्ट छोड़कर दिशा एआई लॉन्च किया, जिससे उनकी अपनी यात्रा शुरू हुई. कशिश मित्तल ने जेईई में AIR रैंक 6 हासिल की और 2010 में आईआईटी दिल्ली से कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग में डिग्री हासिल की थी.
एक साल के अंदर उन्होंने सिविल सेवा परीक्षा में AIR-58 के साथ सफलता हासिल कर ली. द प्रिंट की एक रिपोर्ट के अनुसार, वह AGMUT (अरुणाचल प्रदेश-गोवा-मिज़ोरम-केंद्र शासित प्रदेश) कैडर के अधिकारी थे, लेकिन 2019 में उन्होंने सेवा से इस्तीफा दे दिया. मित्तल अरुणाचल प्रदेश में अपने तबादले से नाखुश थे. अपनी सक्षमता को बताने के बाद आद वह अपने सपने को जी रहे हैं और अपने स्टार्टअप के लिए काम कर रहे हैं.
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