CBSE new Circular : सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (CBSE) ने 02 सितंबर, 2025 को एक अहम सर्कुलर जारी किया है, जिससे लाखों छात्रों और उनके माता-पिता को बड़ी राहत मिलने वाली है. अब CBSE दसवीं और बारहवीं के मार्कशीट और सर्टिफिकेट में जानकारी (डेमोग्राफिक डिटेल्स) सुधारने की प्रक्रिया को आसान बनाने जा रहा है. यह उन छात्रों के लिए एक बड़ी खुशखबरी है, जिन्हें अक्सर अपने नाम, जन्मतिथि या माता-पिता के नाम जैसी जानकारियों में गलती होने पर भारी परेशानी का सामना करना पड़ता था.
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क्या हैं CBSE के निर्देश?
CBSE ने सभी स्कूलों को सख्त निर्देश दिए हैं कि वे अपने यहां छात्रों की जानकारी को 100 प्रतिशत सही रखें और CBSE द्वारा जारी निर्देशों का पालन करें. साथ ही, पुराने स्कूलों से भी जानकारी मंगाने की प्रक्रिया को सुधारा गया है, ताकि छात्रों को कम से कम समय में सही जानकारी मिल सके.
क्या बदलेंगे नियम?
अब स्कूलों को यह सुनिश्चित करना होगा कि सभी छात्रों की जानकारी (एडमिशन रजिस्टर, स्कॉलर रजिस्टर और ट्रांसफर सर्टिफिकेट) बिल्कुल सही दर्ज की जाए.
नौवीं और ग्यारहवीं कक्षा में रजिस्ट्रेशन के समय, छात्रों द्वारा अपलोड की गई जानकारी को स्कूल के रिकॉर्ड से पूरी तरह से मिलाया जाएगा. अगर कोई गलती पाई जाती है, तो उसे तुरंत ठीक करना होगा.
दसवीं और बारहवीं कक्षा के लिए 'लिस्ट ऑफ कैंडीडेट्स' (LOC) फॉर्म भरते समय, स्कूलों को फिर से सभी डिटेल्स को ध्यान से जांचना होगा. गलतियाँ होने पर, उन्हें समय पर सुधारा जाएगा.
बोर्ड ने यह भी स्पष्ट किया है कि छात्रों को अपनी जानकारी की पुष्टि करने और किसी भी गलती को ठीक करने का पर्याप्त मौका दिया जाएगा. इसके लिए 'अंडरटेकिंग' का प्रावधान भी रखा गया है.
CBSE के कंट्रोलर ऑफ एग्जामिनेशंस डॉ. संयम भारद्वाज द्वारा जारी इस सर्कुलर से यह साफ है कि बोर्ड छात्रों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए प्रक्रिया को सरल और पारदर्शी बनाना चाहता है. अब छात्रों को मार्कशीट में गलतियों के चलते होने वाली परेशानियों से निजात मिलेगी और वे अपनी पढ़ाई व करियर पर बेहतर ध्यान दे पाएंगे.