गुड़गांव (गुरुग्राम) में सेक्टर 12-A की एक निजी संपत्ति पर शांतिपूर्वक नमाज अदा कर रहे मुस्लिमों को शुक्रवार को उग्र भीड़, जिसमें कथित तौर पर बजरंग दल कार्यकर्ता शामिल थे, का सामना करना पड़ा. इस भीड़ ने 'जय श्री राम' के नारे लगाए. इससे इलाके में तनाव व्याप्त हो गया. यह घटना ऐसे समय सामने आई है जब सेक्टर 47 में भी इसी तरह की घटना हुई थी जब सरकारी जमीन पर खुले में अदा की जा रही नमाज को रोकने या अंदर करने की मांग की गई थी.शुक्रवार की इस घटना के सामने आए विजुअल में मुस्लिम समुदाय के लोगों की नमाज की तैयारी के दौरान बड़ी संख्या में पुलिस (इसमें रैपिड एक्शन फोर्स के सदस्य भी शामिल हैं) को देखा जा सकता है. वीडियो में दर्जनों पुलिस कर्मियों को पीले रंग के बैरिकेड के पीछे खड़ा देखा जा सकता है. ये विरोध कर रही भीड़ को रोक रहे हैं जो 'जय श्रीराम' के नारे लगा रही है.
नमाज का विरोध करने वालों में स्थानीय वकील कुलभूषण भारद्वाज भी थे, जिन्हें पुलिसकर्मियों से बहस करते हुए देखा जा सकता है. बीजेपी के पूर्व नेता भारद्वाज ने उस जामिया मिलिया शूटर का प्रतिनिधित्व किया था जिसे गुड़गांव पुलिस ने सांप्रदायिक भाषण देने के आरोप में गिरफ्तार किया था.पुलिस की ओर से आश्वास दिए जाने के बाद ही भीड़ तितर-बितर हुई.
दोनों ही मामलों-सेक्टर 47 और सेक्टर 12-A, में नमाज स्थल गुड़गांव प्रशासन द्वारा चिन्हित उन 37 स्थानों का हिस्सा हैं जहां पर मुस्लिमों को नमाज अदा करने की इजाजत है.वर्ष 2018 में इसी तरह की घटना के सामने आने के बाद हिंदूऔर मुस्लिमों के बीच बातचीत के बाद यह स्थल तय किए गए थे. सेक्टर 47, जहां पिछले चार सप्ताह से विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं, के लोगों का दावा है कि असामाजिक तत्व या रोहिंग्या शरणार्थी इलाके में अपराध करने के इरादे से 'प्रार्थना' का इस्तेमाल करते हैं. समाचार एजेंसी ANI ने पिछले सप्ताह एसीपी अमन यादव के हवालं से बताया था कि निवासियों के बीच इस मामले में कई दौर की बातचीत हो चुकी है लेकिन अब तक कोई समाधान नहीं निकल पाया है. (ANI से भी इनपुट)
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