फेक डिजिटल अरेस्ट सुना है क्या? दिल्ली पुलिस ने स्कैम का किया भंडाफोड़, तीन आरोपी गिरफ्तार

Digital arrest scam:ऑनलाइन ठगी आजकल बहुत बढ़ गई है. एक से बढ़कर एक तरीके से ये बदमाश लोगों को ठग रहे हैं. ऐसे ही एक स्कैम गिरोह को दिल्ली पुलिस ने पकड़ा है.

Advertisement
Read Time: 3 mins

Digital arrest scam: दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की आईएफएसओ यूनिट ने एक बड़े फेक डिजिटल अरेस्ट स्कैम का भंडाफोड़ किया है. इस मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, जिन्होंने आईवीआर फ्रॉड के जरिए 55 लाख रुपये की धोखाधड़ी की थी. पुलिस ने धोखाधड़ी से ठगे हुए 20 लाख रुपये फ्रीज करके पीड़ितों को वापस लौटा दिए हैं. 

पुलिस ने आरोपियों से तीन मोबाइल फोन, सिम कार्ड, पासबुक, चेकबुक, दस्तावेज, पैन कार्ड और नकली कंपनियों से जुड़े स्टैम्प और सील बरामद किए हैं. आरोपियों की पहचान प्रभात कुमार शाह, राजेश कुमार (अलियास राजा) और अर्जुन सिंह के रूप में हुई है.

इस मामले में दिल्ली पुलिस की IFSO यूनिट के डीसीपी हेमंत तिवारी के मुताबिक पीड़ित ने आईएफएसओ में शिकायत दर्ज कराई थी कि उन्हें मुंबई एयरपोर्ट के कस्टम ऑफिस से फोन आया था. फोन करने वाले ने बताया था कि उनके नाम पर एक पार्सल पकड़ा गया है, जिसमें 16 नकली पासपोर्ट, 58 एटीएम कार्ड और 40 ग्राम एमडीएमए है. आरोपी ने पीड़ित को धमकी दी थी कि अगर वह पैसे नहीं देती हैं तो उनकी गिरफ्तारी हो जाएगी. आरोपी ने पीड़िता को कहा उसके खिलाफ मुंबई पुलिस ने अरेस्ट वारेंट जारी किया हुआ है. वो जल्दी सरेंडर कर दे. इसके बाद आरोपियों ने कहा कि सीबीआई को भी एक मामले में उसकी तलाश है. जल्द गिरफ्तारी जरूरी है. 

ऐसे की ठगी

आरोपियों ने पीड़िता को कहा कि फिजिकल अरेस्ट की जगह फिलहाल डिजिटल अरेस्ट कर रहे हैं और वॉट्सऐप वीडियो कॉल्स के जरिए पूरा सर्विलांस रखा जाएगा. डिजिटल अरेस्ट के दौरान अलग-अलग लोग खुद को मुंबई पुलिस तो कभी सीबीआई और अलग-अलग जांच एजेंसी के अधिकारी बताकर पीड़िता के एकाउंट्स की जांच कर रहे थे और डरा थे. ऐसा न करने पर मनी लांड्रिंग के चार्जेज़ लगाने की धमकी दे रहे थे. इसी दौरान पीड़िता से 55 लाख रुपये का फ्रॉड किया गया. 

Advertisement

यहां से पकड़े गए

जांच के दौरान आरोपी प्रभात कुमार और राजेश कुमार उर्फ राजा और अर्जुन को दिल्ली के बुराड़ी में ट्रेस किया गया और पता लगा कि प्रभात और राजेश केमिला सर्विस प्राइवेट लिमिटेड में प्रोप्राइटर्स हैं. अर्जुन फ्रॉड से कमाए हुए पैसों के लिए बैंक अकाउंट खोलता था. 55 लाख जो फ्रॉड किए गए थे, उनमें से 20 लाख रुपये एचडीएफसी बैंक अकाउंट में पुलिस ने फ्रीज़ कर दिया और कोर्ट के जरिए पीड़ितों को लौटा दिए. पुलिस ने आरोपियों को बुराड़ी से गिरफ्तार किया है. आरोपियों ने नकली कंपनियों के जरिए मनी लॉन्डरिंग करने की कोशिश की थी. पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और आगे की जांच जारी है.

Advertisement
Featured Video Of The Day
Jammu Kashmir Elections: तीसरे दौर में मजेदार हुआ मुकाबला, पार्टियों के बीच आरोप-प्रत्यारोप शुरु
Topics mentioned in this article